ननि के वार्ड नं.28 के साकेत बस्ती की पीसीसी सड़क ध्वस्त, बारिश के समय आवागमन भी प्रभावित
सिंगरौली 5 अगस्त। नगर पालिक निगम क्षेत्र के वार्ड क्र.28 साकेत बस्ती में पीसीसी सड़क को सिवरेज ठेकेदार ने पाइप लाइन डालने के चलते पूरी सड़क की तेरही कर दी है सड़क जगह जगह ध्वस्त कर दिया है। जिससे अब वार्डवासियों के चलने तक के लायक सड़क नहीं बची है। यह पिछले दो साल से सड़क की यही स्थिति है। कुछ दिन पूर्व वार्डवासियों द्वारा नगर निगम कार्यालय के सामने सड़क बनाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। लेकिन नगर निगम प्रशासन की उदासीनता और ठेकेदार की मनमानी के कारण आज तक सड़क नहीं बन पायी है।
दरअसल वार्ड क्र.28 साकेत बस्ती में दो वर्ष पूर्व पानी पाइप लाइन तथा सिवरेज पाइप लाइन डालने को लेकर आरआर स्पन कंपनी द्वारा यह कार्य कराया जा रहा है। संविदाकार द्वारा सड़क को तोड़कर पाइप लाइन डालने का कार्य तो पूर्ण कर लिया गया। लेकिन उखड़ी हुई सड़क को छोड़कर उक्त कंपनी के संविदाकार ने सड़क बनाने आज तक कोई पहल नहीं की। जबकि टेण्डर के समय में नियम में यह प्रावधान किया गया था कि जो भी कंपनी सड़क तोड़कर पाइप लाइन का कार्य करेगी उसे बाद में टूटी हुई सड़क को ठीक कराना होगा। लेकिन नगर निगम अधिकारी तथा उक्त कंपनी के अधिकारियों की मिलीभगत के कारण आज तक उक्त वार्ड में सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। बारिश होने के कारण लोगों का वाहन से दूर पैदल चलना तक दूभर हो गया है। वार्ड पार्षद रामलगन वर्मा बताते है कि पाइप लाइन का कार्य करने वाली कंपनी सड़क को किनारे से खोदने के बजाय बीचो-बीच खोदकर पाइप लाइन डालने का कार्य करके गायब हो गयी। हम कई बार नगर निगम आयुक्त तथा अधिकारियों से मिलकर सड़क बनाने की बात कह चुके हैं। लेकिन आज तक नगर निगम आयुक्त ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। जिसको लेकर अब वार्डवासियों में अब आक्रोश का माहौल निर्मित हो गया है।
सड़क की दुर्दशा से रहवासियों में भारी असंतोष
सिवरेज पाइप लाइन के कारण क्षतिग्रस्त पीसीसी सड़क को देख अब रहवासियों में भारी असंतोष है। वार्डवासियों का आरोप है कि कई महीने पहले सिवरेज पाइप लाइन के लिए पीसीसी सड़क खोदकर ध्वस्त कराकर कार्य कराया गया। किन्तु आज दो साल बाद भी सड़क जस की तस पड़ी हुई है। जिस दिन बारिश हो जाती है इस सड़क पर पैदल चलने से भी डर लगता है। वाहन चालक अक्सर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। इसकी जानकारी कई बार पार्षद के माध्यम से नगर पालिक निगम के अधिकारियों को अवगत कराया गया। इसके बावजूद ठेकेदार पर मेहरबान ननि अधिकारियों ने सड़क को पूर्व की तरह ठीक ठाक कराने के लिए कोई जहमत नहीं उठाया। लिहाजा ऐसे हालात में आंदोलन ही एक जरिया दिख रहा है। सड़क की दुर्दशा एवं आये दिन हो रही दुर्घटनाओं के मद्देनजर रहवासी एकजुट होकर ननि का घेराव करने के लिए फिर से मजबूर होना पड़ेगा। यहां के रहवासियों ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सड़क को चुस्त-दुरूस्त कराने की मांग की है।