मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक सिपाही ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) व एक महिला अधिकारी पर डंडे से मारने सहित जातिसूचक शब्दों से संबोधित करने का संगीन आरोप लगाया है। सिपाही के शरीर पर मारपीट के निशान भी नजर आ रहे हैं। सिपाही का कहना है कि मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया समझ में नही आ रहा। वहीं इस मामले में आरोपित एसपी का कहना है कि सिपाही ऐसा आरोप क्यों लगा रहा है मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। फिलहाल महिला अधिकारी की शिकायत पर सिपाही को निलंबित किया गया था। घटना के तीन दिन बाद सिपाही ने हबीबगंज थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज करवायी थी।
बता दे कि भोपाल जिला पुलिस में वाहन चालक के पद पर कार्यरत तुलसी ने रविवार को आरोप लगाया कि उसे एसपी हेडक्वार्टर रामजी श्रीवास्तव ने चार इमली स्थित अपने घर बुलाया था। इस दौरान महिला डीएसपी भी थीं। सिपाही बताया कि दोनों अधिकारियों ने उसके साथ पहले बीच सड़क पर ही मारपीट की और जाति सूचक शब्द रूप अपमानित किया इसके बाद बंगले ले गए जहां महिला एसपी ने भी पिटाई की । मारपीट में उसकी वर्दी भी फट गई।
जब सिपाही से मारपीट का कारण पूछा तो उसका कहना रहा कि उसे कुछ नहीं पता। निलंबन के बाद हबीबगंज थाने मैं पहुंचने वाले सिपाही आरोपों को लेकर एसपी हेड क्वार्टर रामजी श्रीवास्तव ने चर्चा में कहा है कि उसे 22 सितंबर को निलंबित किया गया था। उसके खिलाफ कुछ गंभीर आरोप थे। शायद किसी से नाराज चल रहा था सिपाही के साथ मारपीट के आरोपों को श्रीवास्तव ने सिरे से खारिज कर दिया।