Swachh Survekshan Awards 2021: देश का सबसे साफ शहर इंदौर एक बार फिर स्वच्छ सर्वेक्षण में बाजी मारी हैं. देश के टॉप स्वच्छ शहरों की लिस्ट जारी हो गई है. लगातार 5वीं साल इंदौर ( Indore Cleanest City of India) को देश का सबसे साफ शहर घोषित किया गया है. वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 की सूची में इंदौर को सबसे साफ शहर घोषित हुआ है. सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा स्थान सूरत (Surat, Second Cleanest City of India) को जबकि तीसरा स्थान विजयवाड़ा (Vijayawada, Third Cleanest City of India) को प्राप्त हुआ.लगातार पांचवी बार पहला स्थान मिलने पर सीएम शिवराज सिंह ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि अरे वाह भिया, छा गया अपना इंदौर फिर से इंदौर अद्भुत है,गजब है.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा कि अरे ब्लू देखो भैया हमारे अरे वाह भिया, छा गया अपना इंदौर फिर से इंदौर अद्भुत है,गजब है। धन्य है इंदौर की जनता,इंदौर की जनता को मेरा प्रणाम, जिन्होंने इंदौर को लगातार 5वीं बार स्वच्छता में शीर्ष पर बनाए रखा। बधाई जनप्रतिनिधियों को,सांसद,विधायक, प्रशासन,स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों को। बधाई इंदौर..बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण का कॉन्सेप्ट आते ही महापौर मालिनी गौड़ और निगमायुक्त मनीष सिंह सहित जनप्रतिनिधियों ने नए सिरे सफाई का मॉड्यूल तैयार करने की कवायद शुरू की. 2014 में निगम चुनाव तक शहर में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी एटूजेड कंपनी के पास थी.
अरे वाह भिया, छा गया अपना इंदौर फिर से
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 20, 2021
इंदौर अद्भुत है,गजब है। धन्य है इंदौर की जनता,इंदौर की जनता को मेरा प्रणाम, जिन्होंने इंदौर को लगातार 5वीं बार स्वच्छता में शीर्ष पर बनाए रखा। बधाई जनप्रतिनिधियों को,सांसद,विधायक, प्रशासन,स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों को।
बधाई इंदौर..
बता दें कि इंदौर शहर को स्वच्छ बनाने के इंदौर की महापौर मालिनी गौड़, कमिश्नर मनीष सिंह सहित नगर निगम के कर्मचारियों की वजह से इंदौर स्वच्छता के मामले में आज नंबर वन है अधिकारियों ने एटूजेड काम प्लानिंग के तहत किया। संसाधनों के बाद कर्मचारियों की सूची बनाई तो पता चला सैकड़ों कर्मचारी ड्यूटी पर आते ही नहीं है. कोई अपनी जिम्मेदारी से ड्यूटी भी नहीं करता. जोन कार्यालयों के हाल और बुरे थे. इस पर सख्ती शुरू हुई.
इंदौर शहर में नगर निगम कर्मचारियों के ऊपर जनप्रतिनिधियों व प्रशासन ने बड़ी सर्जरी की थी। 700 से ज्यादा नियमित और अस्थायी कर्मचारियों को या तो निलंबित किया गया या नौकरी से निकाल दिया गया. इससे कर्मचारियों में संदेश कि काम करेंगे तो ही नौकरी बचेगी. निगम कमिश्नर ने भी सख्त लहजे में कर्मचारियों की मीटिंग में कह दिया कि काम करेंगे तो ही नियमित रह पाएंगे.
इंदौर के जनप्रतिनिधियों के सहयोग, नगर निगम की पूरी टीम की मेहनत और नागरिकों के अनुशासन को देखते हुए पूरा शहर आश्वस्त है कि इंदौर को पुनः पांचवी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव अवश्य मिलेगा”-कलेक्टर श्री मनीष सिंह
"इंदौर के जनप्रतिनिधियों के सहयोग, नगर निगम की पूरी टीम की मेहनत और नागरिकों के अनुशासन को देखते हुए पूरा शहर आश्वस्त है कि इंदौर को पुनः पांचवी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव अवश्य मिलेगा"-कलेक्टर श्री मनीष सिंह@SwachhBharatGov @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/gQbJm6zZSQ
— Collector Indore (@IndoreCollector) November 19, 2021
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया. सर्वेक्षण में वाराणसी को ‘‘स्वच्छ गंगा शहर’’ की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कि किये।
इंदौर के जनप्रतिनिधियों के सहयोग, नगर निगम की पूरी टीम की मेहनत और नागरिकों के अनुशासन को देखते हुए पूरा शहर आश्वस्त है कि इंदौर को पुनः पांचवी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव अवश्य मिलेगा”-कलेक्टर श्री मनीष सिंह
वर्ष 2016, 2017 और 2018 में जागरूकता अभियान चलाया गया था। इन वर्षों में ही घर-घर से कचरा कलेक्शन एवं परिवहन को लेकर विभिन्न अधोसंरचनाएं एवं प्रक्रियाएं स्थापित की गई ताकि शहर में स्वच्छता की स्थायी आदत बन सके। वर्ष 2018 एवं 2019 में इंदौर नगर निगम ने देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के पुराने लेगेसी वेस्ट के बायो रेमेडाइजेशन पर कार्य किया जिससे देवगुराड़िया ट्रेंचिंग वर्तमान में पूर्ण रूप से स्वच्छ क्षेत्र के रूप में जाना जाने लगा है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और गांधीजी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया. आज हर कोई स्वच्छता के महत्व को समझने लगा है उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हुए हैं. खुले में शौच करने से कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा रहता है साथ ही व्यक्ति की सामाजिक मान मर्यादा भी आच आ सकती है
वर्ष 2020-21 में केन्द्र सरकार के स्वच्छता मापदण्डों के तहत इंदौर नगर निगम द्वारा शहर को वाटर प्लस के रूप में प्रथम शहर का खिताब प्राप्त करने के क्षेत्र में वृहद कार्य किया गया। इंदौर शहर वाटर प्लस के रूप में घोषित हो जाने से इसका सीधा लाभ शहरवासियों के स्वास्थ्य पर हुआ है, क्योंकि सीवरेज का गंदा पानी का भूजल में मिलना रूका है तो घरों का एवं संस्थानों का प्रदूषित गंदा पानी भी भू-तल पर स्थित नदी-नालों एवं तालाबों में मिलना बंद हुआ है। नगर निगम द्वारा विकसित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट्स के माध्यम से अब नदी में केवल इन प्लांट्स में उपचारित जल ही जा रहा है।
रामनाथ कोविंद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी सफलता देश की सोच में बदलाव आना है जहां अब घर के छोटे बच्चे भी बड़ों को गंदगी फैलाने से रोकते और टोकते हैं. स्वच्छता बनाकर हम कई बीमारियों से समाज को बचा सकते हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मनुष्य द्वारा सिर पर मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है और इसे रोकने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि समाज और देश के सभी नागरिकों की बराबर की जिम्मेदारी है. उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जानी चाहिए. राष्ट्रपति ने स्वच्छता पुरस्कार विजेता शहरों की अच्छी प्रथाओं एंव चलन को अपनाने की बात भी की. यदि सब स्वच्छता को सर्वोपरि रखते हुए स्वयं की जिम्मेदारी का निर्वहन करें तो पूरे देश को इंदौर की तर्ज पर साफ किया जा सकता है।