सिंगरौली 21 नवम्बर। जिले के दूरस्थ एवं यूपी के सीमावर्ती बगदरा व नौडिहवा चौकी क्षेत्र के झरकटा घाट, गोपला,बछनार, झगरहिया व कोल्डिहा मार्ग से उत्तरप्रदेश की धान चितरंगी क्षेत्र में पहुंच रही है। हालांकि जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन केन्द्रों में खरीदी 29 नवम्बर से आरंभ होगी। लेकिन खाद्यान्न माफिया अभी से मुनाफा कमाने के चक्कर में यूपी से सस्ते दर पर धान एमपी के चितरंगी क्षेत्र में खपा रहे हैं।
गौरतलब हो कि कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने जिले के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि दूसरे प्रांत की धान एमपी में समर्थन मूल्य के तहत नहीं खरीदी जायेगी। इसके लिए सीमावर्ती गांवों में चेकपोस्ट बनाकर चौबीस घण्टे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिये गये। किन्तु सूत्र बता रहे हैं कि गढ़वा थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी नौडिहवा अंतर्गत झरकटा घाट व बगदरा चौकी क्षेत्र के गोपला, बछनार, झगरहिया व कोल्डिहा मार्ग से शाम ढलते ही उत्तरप्रदेश के सोनभद्र व मिर्जापुर जिले से धान का खेप आना शुरू हो जाता है। सबसे ज्यादा परिवहन टै्रक्टरों से किया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि शाम ढलते ही यूपी से धान लेकर टै्रक्टर उक्त मार्गों से प्रवेश कर गुपचुप स्थानों पर परिवहन व भण्डारण किया जा रहा है। इसकी जानकारी दोनों चौकी के पुलिस को है। लेकिन इन पर लगाम कसने में गुरेज कर रही है। इसके पीछे कारण क्या है धीरे-धीरे सबको पता चलने लगा है। फिलहाल यूपी से एमपी में खपाई जा रही धान को लेकर सक्रिय माफिया इन दिनों चर्चाओं में आ गये हैं। पुलिस द्वारा धरपकड़ न करना कई सवालों को जन्म भी दे रहा है।
रेत के बाद अनाज के कारोबार में सक्रिय हुआ शिक्षक
गौरतलब हो कि नौडिहवा क्षेत्र के एक शिक्षक रेत कारोबार में संलिप्त है। शिक्षक पर लगातार अवैध रेत उत्खनन, परिवहन के आरोप लगते आ रहे हैं। अब यूपी की धान एमपी में खपाने का कारोबार शुरू कर दिया है। शिक्षक का टै्रक्टर इन दिनों यूपी से नौडिहवा चौकी क्षेत्र में धान का परिवहन करने में लगा है। रात 9 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक दर्जनों की संख्या में टै्रक्टर सीमावर्ती सोनभद्र जिले से नौडिहवा चौकी क्षेत्र में परिवहन कर गुपचुप स्थानों पर भण्डारण कर रहे हैं। फिर भी पुलिस बेखबर है। जबकि झरकटा घाट पर पुलिस भी आती जाती रहती है। पर उन्हें यूपी से बोरो में धान लेकर आने वाले टै्रक्टर नहीं दिखाई देते बल्क् िउनकी निगाहें उस दौरान ओझल हो जाती हैं।