UPSC 2021 CSE Result : रानीखेड़ा की रहने वाली 30 वर्षीय आयुषी स्कूल से कालेज तक हमेशा टापर रही हैं। वह यहां मुबारकपुर स्थित स्कूल में इतिहास की लेक्चरर हैं। वह पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानती हैं।
UPSC 2021 CSE Result : नई दिल्ली । कुदरत ने आंखों की रोशनी भले ही छीन ली हो, लेकिन इन होनहार लड़की के इरादे नहीं छीन पाई। मेहनत की बदौलत देहरादून में पढ़ने वाले दृष्टिबाधित छात्रा आयुषी ने UPSC परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया और साबित कर दिखाया. वह पढ़ाई के मोर्चे पर सामान्य छात्रों से पीछे नहीं हैं यह सावित कर दिया । छह साल की उम्र में चिकनपॉक्स ने आखों की रोशनी छीन ली थी .
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के नतीजे घोषित होने के बाद हर तरफ छात्राओं की सफलता की चर्चा है। इनमें एक ऐसी भी प्रतिभा है, जो सबसे अलग है। देशभर में 48वां स्थान प्राप्त करने वाली दिल्ली की आयुषी शर्मा देख नहीं सकती हैं। वह 100 प्रतिशत दृष्टिहीन हैं, लेकिन कठिन परिश्रम और बुलंद हौसलों से शीर्ष 50 में जगह बनाने में सफल रहीं।
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आयुषी बचपन से शिक्षक बनने का सपना देखती थीं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कालेज में स्नातक की तीनों वर्ष की परीक्षा में टापर रहीं। चौथे प्रयास में यूपीएससी UPSC में सफलता प्राप्त करने वाली आयुषी इस सफलता के लिए अपने माता-पिता को श्रेय देती हैं.अध्यापन के कारण आयुषी को तैयारी के लिए समय कम मिलता था इसलिए वह अपनी तैयारी के लिए रात में कम सोती थीं।
सफलता के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होना जरूरी होता है। दिल्ली की आयुषी शर्मा इसका जीता जागता सबसे बड़ा उदाहरण हैं। यूपीएससी की परीक्षा में 48वां रैंक हासिल करने वाली आयुषी 100 प्रतिशत दृष्टिहीन हैं। लेकिन उनकी सफलता में ये मुश्किल बाधा नहीं बन सकी और उन्होंने कड़ी मेहनत व सच्ची लगन के जरिए देश की इस सबसे प्रतिष्ठित सेवा में सफलता हासिल की। अपने चौथे प्रयास में सफल होने वाली आयुषी अपने स्कूल में हमेशा से टॉपर रही हैं। वह मुबारकपुर स्थित स्कूल में इतिहास की लेक्चरर रही हैं। UPSC
कम समय में की बड़ी तैयारी
अध्यापन के कारण आयुषी को तैयारी के लिए समय कम मिलता था। स्कूल से लौटकर पढ़ाई करती थीं। सिर्फ माक टेस्ट और बगैर कोई कोचिंग का सहारा लिए ही तैयारी पूरी की। वह इंटरनेट मीडिया से भी जुड़ी हैं। इससे पहले आयुषी ने 2009 में 12वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के केशवपुरम स्थित जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (डीआइइटी) से पढ़ाई की थी। 2011 में दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और 2016 में इग्नू से परास्नातक किया। 2019 में उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से बीएड की पढ़ाई पूरी की.UPSC
एपीजे अब्दुल कलाम हैं आदर्श
आयुषी पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानती हैं और उनके भाषण को सुनती हैं। आयुषी को हालीवुड का म्यूजिक और फिल्में पसंद हैं। वह महिलाओं व पिछड़ों के लिए कुछ करना चाहती हैं।पढ़ने और पढ़ाने में रुचि रखने वाली आयुषी ने इससे पहले दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) में भी टॉप किया था।
बेटी पर माता-पिता को है गर्व
आयुषी की मां आशा रानी सीनियर नर्सिंग आफिसर पद से सेवानिवृत्त हैं और पिता अशोक कुमार बठिंडा में एचईएल में चीफ डिस्पेंसर हैं। आयुषी की सफलता से दोनों गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मां ने बताया कि वह रिकार्डिंग करके आयुषी को देती थीं। आयुषी एनसीईआरटी की पुस्तकों का विवरण यू-ट्यूब से सुनकर समझती थी।UPSC