प्रतापगढ़ । डर्टी पॉलिटिक्स उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के सांगीपुर विकास खंड में देखने को मिली है यहां एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और एक दूसरे को जमकर मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी के सांसद संगम लाल गुप्ता को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा व कई गाड़ियों में जमकर तोड़-फोड़ की। मारपीट की घटना में भाजपा कांग्रेस कार्यकर्ता सहित पुलिस के की लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद अफरा तफरी करना है राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब यह पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सांगीपुर विकास खंड में आयोजित आरोग्य मेले में बीजेपी सांसद के पहुंचने पर हंगामा हो गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद तिवारी और विधायक आराधना मिश्र मोना पहुंचे थे। भाजपा कांग्रेस किन नेताओं के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई मामला इतना बढ़ा कि दोनों दलों के समर्थकों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया. अचानक हुई इस घटना में पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए काफी मशक्कत के बाद दोनों दलों के नेताओं को अलग किया गया लेकिन इस बीच कांग्रेसियों की संख्या ज्यादा होने के चलते भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता की लाठी-डंडे से पिटाई हो गई इतना ही नहीं उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए गनीमत रही कि उनके साथ उनके सुरक्षाकर्मियों ने बीच बचाव करते हुए सांसद को भीड़ से अलग किया।
जानकारी के मुताबिक शनिवार की दोपहर बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता गरीब कल्याण दिवस पर आयोजित जन आरोग्य मेले में आए थे। इसी मेले में मुख्य अतिथि के तौर पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और उनकी विधायक बेटी आराधना मिश्रा भी पहुंच गई थी लेकिन दोनों पार्टी के नेता किसी बात पर भिड़ गए और झड़प होनी शुरू हो गई इसके बाद विवाद इतना बढ़ा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता की लात घूसे से पिटाई शुरू कर दी इतना ही नहीं भाजपा सांसद वहां से भागे तो उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया।
जान बचाकर भागे सांसद
सबसे हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी यह सब कुछ चुपचाप देखते रहे बीजेपी सांसद किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे और वह सिर के बल गिरते लड़खड़ाते रहे लेकिन कांग्रेसियों ने पकड़ कर फिर पीटना शुरू कर दिया किसी तरह से सांसद के सुरक्षा गार्डों ने उन्हें बचाया और बाहर लेकर गए इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी तो कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने वहां से खदेड़ा साथ ही मेले में भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2021
उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है।
जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता। pic.twitter.com/0p25LDNEQz
प्लानिंग के तहत घटना को दिया था अंजाम
वहीं सांसद ने बताया कि मैं मंच पर जा रहा था इसी दौरान वहां पर इस्पेक्टर सांगीपुर के साथ मारपीट की जा रही थी तब मैंने उनको रोका तो प्लानिंग करके 50-60 लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया मुझे कई जगह चोट आई हैं किसी तरह से सुरक्षा गार्डों ने मुझे बचाया।
नारेबाजी से भड़के कांग्रेस कार्यकर्ता
कार्यकर्ताओं के साथ सरकार द्वारा आयोजित मेले को सकुशल चलाया जा रहा था, तभी भारी लाव लश्कर के साथ सांसद संगमलाल गुप्ता वहां पहुंच गए. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. इससे वहां मौजूद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भी उत्तेजित होकर नारेबाजी शुरू कर दिया.
भाजपा कार्यकर्ताओं पर माइक तोड़ने का आरोप
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सांसद के साथ आए दो कार्यकर्ताओं ने चल रहे कार्यक्रम में माइक छीनकर तोड़ दिया जिससे कांग्रेसी कार्यकर्ता भड़क गए. दोनों पक्ष के नेतागण अपने-अपने कार्यकर्ताओं को हाथ जोड़कर समझाते रहे, लेकिन दोनों कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और हालत बेकाबू हो गया.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है। उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है। जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता।