muzaffarnagar riots – नौ साल पहले हुए मुजफ्फरनगर दंगे का फैसला आ गया है। नौ साल बाद कोर्ट ने खतौली विधायक विक्रम सैनी समेत 12 लोगों को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई हैं.
muzaffarnagar riots : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए दंगों से जुड़ा एक मामाले में भाजपा विधायक रिकम सैनी समेत 12 लोगो को मंगलवार को दोषी ठहराया गया है. कोर्ट ने सभी को 2-2 साल की सुजा सुनाई है। सभी पर 10-10 हज़ार का जुर्माना भी लगाया है। वही, 15 अन्य आरोपी साक्ष्य ना मिलने पर बाइज्जत बरी हो गए हैं जबकि एक आरोपी की मौत हो चुकी है। सजा 3 साल से कम होने से विधायक सैनी को कोर्ट से जमानत मिल गया हैं। ममाला अगस्त 2013 का हैं.
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि 27 अगस्त 2013 को कवाल कांड के बाद 28 अगस्त की शाम कवाल में तोड़फोड़ एवं मारपीट हुई थी। बाद में 29 अगस्त को दो समुदायों में झगड़ा हो गया था। इस मामले में जानसठ पुलिस ने विधायक विक्रम सैनी समेत 28 लोगों को आरोपी बनाकर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। इनमें से एक आरोपी की मृत्यु हो चुकी है. muzaffarnagar riots
अधिवक्ता के अनुसार कोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद विधायक विक्रम सैनी सहित 12 आरोपियों को विभिन्न आरोपों में दोषी ठहराया, जबकि इन सभी को धारा 307 के आरोपों से बरी कर दिया। मुकदमे की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संख्या-4 गोपाल उपाध्याय की कोर्ट में हुई।विधायक विक्रम सैनी के कोर्ट में होने की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता भी अदालत के बाहर पहुंच गए। पूर्व विधायक अशोक कंसल, पूर्व विधायक उमेश मलिक, जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, भाजपा नेता संजय अग्रवाल अदालत के बाहर खड़े रहे। जमानत मिलने के बाद खुशी जताई. muzaffarnagar riots
विधायक विक्रम सैनी के अधिवक्ता भरतवीर अहलावत ने बताया कि उनकी ओर से कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की गई। जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें जमानत प्रदान कर दी। इसके साथ ही अन्य सभी दोषियों को भी 25-25 हजार के बंधपत्र पर जमानत मिल गई है. muzaffarnagar riots
बता दें कि दंगा के समय विधायक सैनी कलाल गांव के प्रधान थे। कलाल में शाहनवाज नाम के एक युवक की हत्या के बाद सचिन और गौरव नाम के दो ममेरे भाइयों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद बवाल शुरू हो गया। सैनी ने दंगाइयाओ की भीड़ का नेतृत्व किया था. 2 9 अगस्त की दरमियानी रात दो समुदायों में हिंसा हुई थी। पुलिस ने विक्रम सैनी समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था। कलाल की इस हिंसा के बाद में मुजफ्फरनगर में दंगा भड़का,जिसमें 65 लोगों की मौत हुई थीं. muzaffarnagar riots
यह हुए दोषमुक्त
उस्मान, शाहजेब, मनोज, राकेश सैनी, अक्षय, धीरज, गुलशन, रफीक, अनीस, शाहनवाज, फैसल, मौलाना मुकर्रम, अबरार, इमरान को दोष मुक्त करार दिया गया है। ट्रायल के दौरान सतीश की मौत हो गई थी. muzaffarnagar riots