सिंगरौली 18 नवम्बर। देवसर जनपद पंचायत के संरौधा पंचायत में लगातार मनरेगा कार्यों में अनियमितता की सूचना मिल रही है। पहले बिना नाली निर्माण कार्य कराई पैसे निकालने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब दूसरा ताजा मामला मनरेगा रोजगार गारंटी योजना में भारी अनियमितता के आरोप लगे हैं। इस योजना के तहत रोजगार सहायक ने मृतक को ही मजदूरी करने वालों की सूची में जोड़ दिया जिससे मजदूरी की राशि को डकारा जा सके।
गौरतलब हैं कि शिकायतकर्ता प्रवीण रजक ने आरोप लगाया है कि सरौंधा पंचायत में मड़वा नाला में राजमन के घर के पास पुलिया निर्माण कार्य कराया गया था। इसके मास्टर रोल में क्रमांक 9246, 9249 में जाब कार्ड एमपी 15-005-010-004/49 में मृतक के नाम हाजिरी भरा है। वहीं मास्टररोल में मृतक शिवमंगल सिंह को जीवित बताकर उनके नाम से भी मजदूरी का भुगतान कर दिया गया। सुबोध की मृत्यु करीब 2 साल पहले हो गई थी। इसके बावजूद पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, मेट व बिचौलिया ने मिलकर यह कारनामा कर दिया।
हैरानी इस बात की है की शिकायत के बाद भी अभी तक जिम्मेदारों ने भ्रष्ट रोजगार सहायक के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि सरपंच गुजरतिया देवी एवं सचिव राममनोहर पाठक पंचायत में लाखों रुपए की गड़बड़ी की है। लेकिन अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अंजान बने हैं और उन्हें बचा रहे हैं।
चहेते को लाभ पहुंचाने तालाब की मेढ़ तोड़कर बना दी पुलिया
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि सरपंच सचिन मनमानी करते हुए शासकीय पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। वह बिना कोई सार्वजनिक प्रयोजन के अपने चहेते के लिए तालाब की मेढ़ तोड़कर सड़क बनवा दी। वहीं पंचायत में विगत दो वर्षों में कार्यालय व्यय के नाम पर कुल 7 लाख 32 हजार रुपये आहरण किया गया। जहां औचित्यहीन है और शासकीय पैसों का बंदरवाट किया गया है। इस मामले की शिकायत जनपद पंचायत सहित जिला पंचायत तक की गई। लेकिन जिम्मेदारों ने कोई कार्यवाही नहीं की।