Singrauli News सिंगरौली : जिला बनें 15 साल पूरे हो चुके हैं लेकिन शहर में ना तो सही बसावट हुई और ना ही टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के तहत शहर में निर्माण कार्य हो रहे हैं। नगर निगम में अधिकारीयों की मनमानी हो या विभागों में तालमेल का अभाव। खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा हैं। सरकारी धन की बर्बादी हो रही है वह अलग। अब बार्ड क्रमांक 42 में लाखों की लागत से बनी माडल रोड को खोद दिया है। सड़क की खुदाई से लोगों को आनेजाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा। पैसे की इस बर्बादी पर जिम्मेदार अधिकारी स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
गौरतलब है कि सीवरेज लाइन के लिए अब तक नगर निगम क्षेत्र में 100 करोड रुपए से ज्यादा खर्च हो चुके है। लेकिन कब तक काम पूरा हो जाएगा यह अधिकारी भी नहीं बता पा रहे। अब मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 42 में माजन मोड़ बाइपास से ट्रामा सेंटर सह जिला अस्पताल को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण बमुश्किल दो साल पहले कराया था। स्मार्ट सिटी के तहत लाखों की लागत से बनी यह मॉडल रोड उसी समय बनी थी जब सीवरेज पाइपलाइन का निर्माण कार्य शुरू हो गया था लेकिन उसी वक्त नगर निगम के अफसरों ने बिना प्लानिंग के आधा अधूरा सीवरेज का निर्माण कार्य कराया लेकिन सीवर लाइन का पूरा काम बिना कराए लाखों रुपए से मॉडल रोड बना दी। Singrauli News
वहीं अब नगर निगम टू लेन मॉडल रोड के एक लेन को खोदकर सीवर लाइन डालने का काम शुरू कर दिया है। सड़क खुदाई से आधी से ज्यादा सड़क घेर ली गई है। मिट्टी का ढेर सड़क पर लगा है। इससे लोगों ने आने जाने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ठेकेदार अधिकतर बार्डो में सीवर लाइन डालने के बाद मिट्टी डालकर छोड़ दिया जा रहा है। बारिश होने पर मिट्टी धंसने पर वाहनों का फंसना तय है। वहीं दुर्घटना भी होने की आंशका बनी रहेगी। दूसरी तरफ सूखे मौसम में वाहनों के गुजरने से धूल का गुब्बार से आमजन को दो चार होना पड़ेगा। Singrauli News
सड़क पर नहीं करते सीटेंटीकरण
कोई पहली मर्तबा नहीं है जब सीवर पाइप लाइन डालने के लिए आईसीसी सड़क को खोदा गया है। कई बार्डो में आईसीसी सड़क को ध्वस्त कर ठेकेदार ने सीवर पाइपलाइन डाला लेकिन सीवर लाईन के लिए सड़कों की खुदाई के बाद सीमेंटीकरण नहीं कराया गया। अगर सीमेंट की कारण करते भी हैं तो नाम मात्र के लिए सीमेंट से सड़क बनाते हैं जिससे आने-जाने वाले वाहनों के दबाव से सड़के दब जाती है ऐसे में वहां न केवल अनियंत्रित हो जाते बल्कि कई बार हादसे भी हुए हैं। Singrauli News
सीवरेज चढ़ी भ्रष्टाचार की भेट
साल 2017 में केके स्पंन कम्पनी ने 110.46 करोड़ लागत से सीवरेज निर्माण का कार्य शुरू किया था। निर्माण कार्य कछुआ की चाल से भी धीमी रहा। कंपनी ने बमुश्किल 38 प्रतिशत काम कर पूरे पैसे निकाल ले लिए। नगर निगम सूत्रों की माने तो तत्कालीन कमिश्नर आरपी सिंह और कार्यपालन यंत्री व्हीबी उपाध्याय ठेकेदार के काम का न केवल अधिक ज्यादा मूल्यांकन कर भुगतान कराया बल्कि सिक्योरिटी के जमा 5 करोड़ की एफडी भी गुप चुप तरीके से दे दी। नतीजा ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया। Singrauli News
इनका कहना है
सीवर लाइन संविदाकार सड़क को खोद कर ना केवल पाइप लाइन डालेगा बल्कि सड़क को पूर्व की तरह बनाने की भी जिम्मेदारी है।
दया किशन शर्मा, कमिश्नर, नगर निगम सिंगरौली