बॉलीवुड में फिल्मों के रिलीज के पहले उसे सेंसर बोर्ड में दिखाया जाता है जब सेंसर बोर्ड इस फिल्म को रिलीज करने की अनुचित दे देता है उसके बाद ही फिल्म रिलीज होती है और आम लोगों तक पहुंचती है लेकिन बॉलीवुड में हॉलीवुड से अलग है फिल्मों के डिमांड के मुताबिक फिल्म बनाई जाती है। यदि फिल्मों में प्रेम और वात्सल्य किमाम है तो उसी के अनुरूप फिल्म को फिल्माया जाएगा।
बता दें कि ऐसी बहुत सी हॉलीवुड की फिल्में हैं जिनमें बहुत ही गंदे दृश्य फिल्म आ जाते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी फिल्में हैं जिनमें बिल्कुल भी गंदे दृश्य नहीं होते हैं दरअसल बॉलीवुड अपने कहानी के साथ कोई भी समझौता नहीं करता है अगर कहानी की मांग है उसी अनुरूप फिल्म को फिल्माया जाएगा कहने का मतलब यह है कि कहानी में प्रेम या वात्सल्य के दृश्य को चित्रित करना होता है तो वह उसे वैसे ही दिखाते हैं जो कहानी की मांग है लेकिन हमारे बॉलीवुड में गंदे दृश्य नहीं दिखाए जाते वह भी बेवजह।
बॉलीवुड से काफी बेहतर फिल्में हॉलीवुड में बनती है और खूब पैसा बटोर दी हैं देश-विदेश सहित भारत में भी इन फिल्मों को खूब पसंद किया जाता है हॉलीवुड जो भी दिखाते हैं उसमें संपूर्णता तो होती है कम से कम झूठा तो नहीं दिखाया जाता देखिए हर जगह आपको बुराई और अच्छाई भी देखने को मिलेगी तय आपको करना है कि आप क्या देखना चाहते हैं और क्या नहीं देखना चाहते।