देश — शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है बावजूद इसके दुनिया में बड़ी संख्या में लोग शराब के शौकीन हैं। प्रतिबंधों और नसीहतों के डर से कुछ लोग छिप कर पीते हैं तो कुछ लोग खुलेआम पीते हैं। शराब के दाम पीने वाले की हैसियत का पैमाना होते हैं। बड़े-बड़े दिग्गज अपने घर के मेहमानों के सामने महंगी से महंगी शराब परोसते हैं। ताकि उनका रुतबा बढ़े। अमूमन पार्टियों में महंगी शराब चर्चा का विषय रहती है। आज हम शराब की एक ऐसे ही ब्रांड की बात करने जा रहे हैं जिसकी एक बोतल की कीमत एक करोड़ से भी अधिक बताई जा रही है।
बता दें कि दुनिया की सबसे पुरानी व्हिस्की (Whiskey Auction) की नीलामी हुई. इस बोली में कई नामचीन हस्तियां शामिल हुई जहां इसे 137,000 डॉलर यानी कि एक करोड़ रुपये से अधिक में बेचा गया गया. ये व्हिस्की 250 साल पुरानी है, जिसे इसकी असली कीमत से छह गुना अधिक दाम पर नीलाम किया गया. इस विह्स्की के इतनी महंगी होने के बावजूद यह दुनिया की सबसे महंगी शराब नहीं है बल्कि दुनिया की जो सबसे महंगी शराब है उसकी कीमत 15 करोड़ 39 लाख रुपये है, जिसकी 2019 में लंदन में हुई सेल में नीलामी की गई थी। यह बोतल भी कास्क नंबर 263 से पैक की गई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक Moray Distillery के विशेष कास्क नंबर 263 से व्हिस्की की ऐसी 14 खास बोतल तैयार की गई थी, जिसकी कीमत 10 करोड़ 26 लाख रुपए तय की गयी थी।
डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक, ओल्ड इंगलेड्यू व्हिस्की (Old Ingledew Whiskey) को 1860 के दशक में बोतलबंद किया गया था. लेकिन माना जाता है कि इस बोतल में अंदर भरा हुआ लिक्विड तकरीबन एक सदी पुराना है. ये व्हिस्की उस समय के मशहूर फाइनेंसर जे.पी. मॉर्गन की हुआ करती थी. 19वीं सदी की ये बोतल अब 137,000 डॉलर में बिकी. इसे जॉर्जिया के लैग्रेंज में एक जनरल स्टोर में बोतलबंद किया गया था
व्हिस्की की बोतल के पीछे लगे लेबल के अनुसार, ‘यह Bourbon शायद 1865 से पहले बनाया गया था, जो कि जेपी मॉर्गन के तहखाने में थी. मॉर्गन की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति से ये मिली.’हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि जेपी मॉर्गन ने 1900 के आसपास खुद बोतल खरीदी थी. बाद में इसे अपने बेटे को उपहार दे दिया गया, जिन्होंने 1942 और 1944 के बीच इसे दक्षिण कैरोलिना के गवर्नर जेम्स बायर्न्स को दे दिया.
माना जाता है कि इसी तरह की 2 बोतलें पूर्व राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन और एफडीआर (Harry Truman and FDR) को दी गई थीं. फिर ये दक्षिण कैरोलिना के पूर्व गवर्नर के हाथ आईं. 1955 में पद छोड़ने के बाद, दक्षिण कैरोलिना के पूर्व गवर्नर जेम्स बायर्न्स ने अपने मित्र और अंग्रेजी नौसेना अधिकारी फ्रांसिस ड्रेक को ये बोतल दे दी, जिन्होंने इसे तीन पीढ़ियों तक सहेज कर रखा.
साभार–आज तक