Google bowed before India : अब मोबाइल निर्माता कंपनियों को फोन में गूगल ऐप डाउनलोड करने के लिए लाइसेंस देने की छूट होगी कहा जाता है. कि सीसीआई ने प्ले स्टोर नीतियों को लेकर भी गूगल पर पहले भी करोड़ों हजार का जुर्माना ठोक दिया था.
Google bowed before India : भारत अब वह पुराना भारत नहीं रह गया है. अब भारत के आगे किसी की औकात नहीं कि आंख दिखा कर चला जाए क्योंकि अब देश में पीएम नरेंद्र मोदी का शासन चल रहा है. यह तब देखने को मिला जब गूगल भी समझ गया कि भारत के आगे और भारत के बनाए नियम पर नहीं चलेंगे तो इसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है. यही वजह है कि आखिरकार भारत के आगे गूगल भी झुक गया और कहा कि हम भारत के नियमों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है.
बताया जाता है कि सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के बाद गूगल पर बहस छिड़ गई थी. सीसीआई द्वारा जुर्माना लगाने की सबसे बड़ी वजह यह बताई जाती है कि गूगल एंड्राइड के बदले में बाजार प्रतिस्पर्धा के नियमों का तेजी से उल्लंघन कर रहा था. जिससे सीसीआई ने जुर्माना लगा दिया था. अब मोबाइल निर्माता कंपनियों को फोन में गूगल ऐप डाउनलोड करने के लिए लाइसेंस देने की छूट होगी कहा जाता है. कि सीसीआई ने प्ले स्टोर नीतियों को लेकर भी गूगल पर पहले भी करोड़ों हजार का जुर्माना ठोक दिया था.
बताया जाता है कि अब अपनी मर्जी से डिफॉल्ट सर्च इंजन चुनने का बिका को मिलने वाला है. इस फैसले से मोबाइल यूजर्स पर क्या फर्क पड़ने वाला है. इसकी बारीकियों को जानना बहुत जरूरी है. कहा जाता है कि देश में 97 फ़ीसदी मोबाइल यूजर्स एंड्रॉयड फोन चलाते हैं. गूगल के फैसले के बाद अब इन्हें अपनी मर्जी का सर्च इंजन चुनने का विकल्प मिलेगा. नया एंड्राइड मोबाइल याद टेबलेट खरीदने पर एक च्वाइस स्क्रीन पर दिखेगी. इसके जरिए आप अपना पसंदीदा सर्च इंजन क्यों सकेंगे यह नई व्यवस्था भारत में फरवरी महीने से शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है.
इधर कहा जा रहा है कि पुरानी व्यवस्था में क्या दिक्कत थी. इसे बदलना क्यों जरूरी है. इसके बारे में बताया गया है कि अभी एंड्रॉयड फोन लेने पर गूगल मैप गूगल सर्च सर्विस क्रोम ब्राउजर और यूट्यूब जैसे गूगल के कई एप डाउनलोड होते हैं. आप चाह कर भी नहीं हटा सकते. यानी इन्हें इस्तेमाल करना आपकी मजबूरी मानी जाती है जो नियमों के खिलाफ माना जाता है, लेकिन भारत सरकार ने जो निर्णय लिया है. इस नई व्यवस्था में अब आपके ऊपर गूगल इस तरह का बोझ नहीं डाल सकता है. आप ऐसे ऐप अनइनस्टॉल भी कर सकते हैं. बताया जाता है कि गूगल ने एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करने वाले का जाटा जुटा लेता है. अगर आपके मोबाइल में कोई भी जरूरी डाटा रखे हैं तो गूगल चाहे तो उसे अपने पास उसका बैकअप ले सकता है.