Nasa Warning : सूर्य की गतिविधियां बढ़ रही हैं. सौर तूफान की संख्या (number of solar storms) और आशंका दोनों में बढ़ोतरी हो रही है. इसका समय पर भविष्यवाणी (Prediction) करने के लिए नासा (NASA) एक मॉडल तैयार कर (make a model) रहा है
Nasa Warning : आकाश में कई ऐसे गृह हैं जिनकी बदलती चाल का असर पृथ्वी पर पड़ता है. हमारे जीवन पर पड़ता. कई बार ये असर अच्छा होता है तो कई बार ये मुश्किलें बढ़ाने वाला. आसामान से एक ऐसी एक आफत तेजी से धरती की ओर बढ़ रही है. वर्ष 2023 का पहला सूर्य ग्रहण हाल में बीता है. इस सूर्य ग्रहण के बाद कुछ ऐसे घटना सामने आई है जिसने सबकी चिंता बढ़ा दी है.
दरअसल सूर्य पर एक बड़ा विस्फोट हुआ है. इस विस्फोट के चलते एक अग्नि वाला तूफान उठा है. चिंता बढ़ाने वाली बात यह है कि ये सोलर तूफान तेजी से धरती की ओर से बढ़ रहा है. ये जानकारी अमेरिका की अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी यानी नासा की ओर से जारी की गई है. नासा ने एक बार फिर सोलर फ्लेयर की आशंका जाहिर की है. यानी धरती की तरफ सौर तूफान बढ़ रहा है. जो बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है
नासा के साइंटिस्टों की मानें तो सौर तूफान की वजह से धरती पर बड़ा असर पड़ सकता है. दरअसल इस तरह तूफानों के कारण धरती के चुबंकीय एरिया बुरी तरह प्रभावित होते हैं. अब इन चुंबकीय क्षेत्रों के प्रभावित होने का मतलब है सैटेलाइट संबंधी चीजों पर असर पड़ना. जैसे इंटरनेट कनेक्शन से लेकर जीपीएस तक, मोबाइल नेटवर्क से लेकर अन्य तकनीकी चीजों पर सीधा असर पड़ता है
सौर तूफान क्या है और यह कब होता ?
सौर तूफान तब उठता है जब सूर्य से बड़ी मात्रा में ऊर्जा का विस्फोट होता है, जिसके चलते सोलर फ्लेयर (सौर चमक) और कोरोनल मास इजेक्शन का उत्सर्जन होने लगता है। इस प्राकृतिक घटनाक्रम के दौरान विद्युत आवेशों और चुंबकीय क्षेत्रों की बहुत ही शक्तिशाली धारा पृथ्वी की ओर बढ़ सकती है, जिसकी रफ्तार करीब 30 लाख मील प्रति घंटे होती है।