Iran : ईरान में महसा अमिनी की मौत के बाद से विरोध प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है. सोशल मीडिया के जरिए लोगों के विरोध प्रदर्शन का दायरा और बढ़ता जा रहा है, विरोध प्रदर्शन को देखते हुए वहां की सरकार ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.
Iran : वहीं दुनियाभर के देश में महसा अमिनी की मौत को लेकर ईरान की जमकर आलोचना हो रही है और उसकी मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है.
पिछले कुछ दिनों से ईरान में हिजाब को लेकर चिंगारी लगातार सुलग रही है. हिजाब को लेकर हिरासत में ली गई युवती की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद पूरे देशभर में प्रदर्शन जारी हैं. महिलाएं अपना हिजाब उतारकर फेंक रही हैं और कैंची से बाल काटकर हिजाब के खिलाफ अपनी आवाज उठा रही हैं. ईरान में महिलाओं की मांग है कि हिजाब को अनिवार्य नहीं किया जाना चाहिए, इसकी वजह से उन्हें अपनी जान क्यों देनी पड़ रही है. Iran
बता दें कि ईरान में हिरासत में ली गई महिला की मौत के बाद लोगों का सरकार के नुमाइंदों के खिलाफ गुस्सा व तनाव बढ़ता जा रहा है. ईरानी अधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं ऐसे में. लोगों ने सरकार के खिलाफ पांचवें दिन विरोध प्रदर्शन किया. वहीं सरकार की तरफ से सोशल मीडिया पर नए प्रतिबंध लगाए गए हैं. Iran
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि ईरानी कुर्दिस्तान के 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत पर शनिवार को विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से अब तक कुल सात लोग मारे गए हैं. बता दें कि महसा अमिनी की पिछले हफ्ते तेहरान में गिरफ्तार होने के बाद मृत्यु हो गई थी. कुर्द अधिकार समूह हेंगॉ की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों द्वारा सात प्रदर्शनकारियों को मार दिया गया था, जिनमें से तीन मंगलवार को उत्तर-पश्चिम में कुर्द क्षेत्रों में या उसके पास के थे, जहां विशेष रूप से प्रदर्शन तेज है. Iran
हिजाब के खिलाफ उग्र प्रदर्शन
ईरान में 22 साल की महसा अमीनी को सिर्फ इसलिए हिरासत में ले लिया गया क्योंकि उसने सिर नहीं ढककर रखा था, यानी हिजाब नहीं पहना था. कुर्द मूल की महसा को हिरासत में लिए जाने के बाद वो कोमा में चली गई, इसके कुछ ही घंटों बाद उसकी मौत हो गई. महसा अमीनी की मौत की खबर पूरे ईरान में आग की तरह फैल गई. महिलाएं मसहा के समर्थन में सड़क पर उतर आई साथ ही हिजाब के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया. Iran
प्रदर्शन कर रही महिलाओं की मांग
इस्लामिक देश ईरान में मुस्लिम महिलाओं के लिए कड़े कानून बनाए गए हैं अब जब 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद महिलाओं ने सड़क पर उतर कर खुलकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और खुलकर हिजाब को लेकर अपना विरोध जता रही हैं. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी जमकर इस प्रोटेस्ट को हवा दी जा रही है. Iran
ईरानी महिलाओं के इस प्रदर्शन को दुनियाभर के लोगों का समर्थन भी मिल रहा है. प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने मांग की है कि उन्हें पूरी आजादी मिलनी चाहिए वह अपनी मर्जी के मुताबिक हिजाब पहने या नहीं महिलाओं ने मांग की है कि हिजाब की अनिवार्यता को पूरी तरह से खत्म करना चाहिए. यह महिलाओं की जान को खतरा है. Iran
अधिकारियों ने सुरक्षाबलों का किया बचाव
अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को मार गिराया है. हेंगॉ, निवासियों और इंटरनेट शटडाउन वेधशाला नेटब्लॉक्स के खातों के अनुसार, 50 से अधिक शहरों और कस्बों में विरोध के साथ, अधिकारियों ने इंटरनेट तक पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया. Iran
नेटब्लॉक्स और निवासियों ने कहा कि इंस्टाग्राम तक पहुंच प्रतिबंधित कर दी गई थी. वहीं व्हाट्सएप यूजर्स ने कहा कि वे केवल मैसेज टाइप कर भेज सकते हैं, इमेज नहीं. जबकि हेंगॉ ने कहा कि कुर्दिस्तान प्रांत में इंटरनेट तक पहुंच में कटौती की गई है. Iran
अमेरिका के विदेश मंत्री ने महसा की मौत पर ईरान की निंदा की है. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने महसा की मौत के लिए जिम्मेदारी तय किए जाने की मांग की है. सीनेट और प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति ने ईरान में महिलाओं की स्थिति पर सवाल उठाए हैं. Iran