12 मार्च 2022 को शनिवार का दिन है. इस दिन शनि देव को प्रसन्न करने का विशेष संयोग बना हुआ है. जिन लोगों को शनि देव परेशान कर रहे हैं. शनि साढ़ेसाती, ढैय्या और शनि की महादशा में शुभ फल प्राप्त नहीं हो रहे हैं उनके लिए शनिवार का दिन महत्वपूर्ण है.
शास्त्रों में शनिदेव को कर्म दाता माना गया है। कहा जाता है कि जब जातक की कुंडली में शनिदेव की स्थिति शुभ नहीं होती है तो उसे कष्टों का सामना करना पड़ता है। इसलिए जातक शनिदेव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है।
12 मार्च 2022 का पंचांग-
हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि शनिवार 12 मार्च 2022 को जोड़ा जा रहा है. इस दौरान नवमी तिथि सुबह 09 बजकर 09 मिनट तक रहेगी. इसके बाद दसवीं तिथि शुरू होगी। खास बात यह है कि आज सौभाग्य योग बन रहा है। इस योग में पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
इन राशि वालों के लिए आज का दिन अहम शनिवार है
इस समय मिथुन और तुला राशि के जातकों पर शनि ढैय्या चल रहा है। धनु, मकर और कुंभ राशि में शनि की साढ़ेसाती होती है। वहीं लोगों पर शनि की महादशा या अंतर्दशा चल रही है, शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आज का दिन उनके लिए उत्तम है।
ऐसे करें शनिदेव को प्रसन्न-
धार्मिक मान्यता के अनुसार शनिवार के दिन घर में शनि का पेड़ लगाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शनिवार के दिन काली वस्तुओं का दान करना शुभ माना जाता है। इस दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाना भी उत्तम होता है। शनिवार के दिन शनिदेव पर सरसों का तेल लगाने से भी शुभ फल मिलते हैं।सूर्यास्त के बाद ऐसे पीपल के पास दीपक जलाएं जो सुनसान स्थान पर हो या फिर किसी मंदिर में हो. इस उपाय से धन संबंधी परेशानियां दूर होगीं.शनिदेव को तेल अर्पित करें और पूजन करें. शनिदेव को नीले पुष्प चढ़ाएं. शनिदेव का पूजन करते समय सीधे शनि की मूर्ति के दर्शन न करें.
पीपल को जल चढ़ाएं, पूजा करें और सात परिक्रमा करें. किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन कराएं, ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और दरिद्रता दूर होती है.हर शनिवार सुबह-सुबह स्नान आदि कर्मों से निवृत्त होकर तेल का दान करें. इसके लिए एक कटोरी में तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें, फिर तेल का दान किसी जरूरतमंद व्यक्ति करें.हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का चढ़ाएं. हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमान बाबा की पूजा करने वाले को शनि प्रताड़ित नहीं करते हैं.