Maa Vindhyavasini : बहुत से लोगों की भगवान में गहरी आस्था होती है। आपने लोगों को मंदिरों में दान करते देखा होगा। कहा जा रहा हैं की उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर (Mirzapur) में मनोकामना पूरी होने पर भक्तों ने बुधवार को मां विंध्यवासिनी के चरणों पर 101 किलो का नक्काशीदार चांदी का दरवाजा चढ़ाया है। इस दरवाजे को राजस्थान के कारीगरों ने अपने हुनर से तराश कर बनाया है। बाजार में इस दरवाजे की कीमत 80 लाख के करीब बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक झारखंड के रांची निवासी कुछ मित्र मिलकर एक साथ काम करते हैं और मां विंध्यवासिनी Maa Vindhyavasini के अनन्य भक्त भी हैं। पिछले 25 वर्षों से हर साल मां के दर्शन करने आते थे। गर्भ गृह में लगे पीतल के दरवाजे को देखकर इन लोगों को कष्ट होता था। उन्होंने ही ये दरवाजा भेंट किया है। 101 किलो चांदी का दरवाजा झारखंड के रांची में रहने वाले एक भक्त संजय चौधरी ने लगाया था. उन्होंने इसे मां रानी की कृपा बताते हुए कहा कि यह सब मां विंध्यवासिनी Maa Vindhyavasini की कृपा का फल है। दरवाजे की कीमत करीब 80 लाख रुपए है. चांदी का दरवाजा राजस्थान के झुंझुनू के पांच कारीगरों विक्रम, प्रमोद, गोपाल और संजय ने बनाया है। माता विंध्यवासिनी Maa Vindhyavasini के दरबार के पहले गणेश द्वार पर लगे 101 किलो चांदी के द्वार की कीमत करीब 80 लाख रुपये थी।
पुजारियों ने विधि-विधान से द्वार स्थापित किया
यह दरवाजा साढ़े पांच फीट लंबा और दो फीट चौड़ा है। गुरुवार को मंदिर के पुजारियों ने नियम-कानून के अनुसार पूजन कर मंत्रोच्चार के साथ इस दरवाजे की स्थापना की. पहले यह गेट पीतल का बना होता था।
विंध्यवासिनी, महामाया या योगमाया माँ दुर्गा के एक परोपकारी स्वरूप का नाम है। माँ विंध्यवासिनी Maa Vindhyavasini पहचान आदि पराशक्ति के रूप में की जाती है। उनका मंदिर उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे मिर्ज़ापुर से 8 किमी दूर विंध्याचल में स्थित है। एक तीर्थस्थल हिमाचल प्रदेश में स्थित है, जिसे बंदला माता मंदिर भी कहा जाता है।
चौधरी 25 साल से मंदिर में आ रहे हैं
माता विंध्यवासिनी Maa Vindhyavasini के दरबार में लगभग 25 वर्षों तक संजय चौधरी और उनका परिवार नवरात्रि पर माता के दर्शन करने रांची, झारखंड से आया करता था। उन्होंने बताया कि नवरात्रि में विंध्यवासिनी Maa Vindhyavasini के द्वार को देखने के बाद उनके मन में संकल्प था कि एक दिन वह मां के आशीर्वाद से चांदी का दरवाजा स्थापित करेंगे. माँ ने मनोकामना पूर्ण करते हुए सब कुछ प्रदान किया।
लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है विंध्यवासिनी दरबार
बता दें कि माँ विंध्यवासिनी Maa Vindhyavasini दरबार लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है। आम दिनों में भी यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने की कामना करते हैं।