Bike : इस समय देश में बेरोजगारी चरम पर है ऐसे में लोगों के पास कार होना जरूरी है.तथा हर व्यक्ति का सपना होता हैं की वह car में सफ़र करे लेकिन डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण लोग कार खरीदना नहीं चाहते हैं. भारत में जहां एक व्यक्ति के लिए एक कार का मालिक होना एक बड़ी बात है, वहीं एक व्यक्ति ऐसा भी है जिसके नाम पर एक शहर में 1200 कारें चल रही हैं.और इस बात की जानकारी से खुद आर टी ओ विभाग अनजान हैं.
Bike : हम बात कर रहे हैं बरेली शहर की जहां एक व्यक्ति के पास 12 सौ से अधिक वाहन हैं और सभी वाहन उसके नाम पर पंजीकृत हैं. और वह सभी वाहनों का मालिक बना फिर रहा हैं.सबसे खास बात यह है कि इन सभी वाहनों को पंजीकरण से पहले आरटीओ ने नोटिस नहीं किया था, लेकिन जब मामला सामने आया तो अब आरटीओ अधिकारियों से भी इस मामले में कार्रवाई की मांग की जा रही है.
भारत में आरटीओ में काम करने के लिए कई ब्रोकर हैं जो छोटे से लेकर बड़े वाहनों का रजिस्ट्रेशन करते हैं और पल भर की सूचना पर ड्राइविंग लाइसेंस भी जेनरेट करते हैं.तथा इसके बदले मोटी रकम भी वसुलते हैं. बरेली में हुई इस घटना के बाद कई लोगों की नींद उड़ गई है. Bike
कालरा एचपी एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड शहर में ऑटो रिक्शा की खरीद के लिए ऋण प्रदान करती है. कंपनी ने 2005 से 2015 के बीच हजारों वाहन उधार लिए, लेकिन कंपनी के एक कर्मचारी अजय कुमार के नाम 1269 वाहन हैं. अजय के एक सहयोगी संजय के नाम करीब 450 ऑटोरिक्शा पंजीकृत हैं. ऐसी घटना सामान्य रूप से संभव नहीं है, यह तभी हो सकता है जब ऑडियो का कोई कर्मचारी या अधिकारी शामिल हो. Bike
आरटीओ अधिकारियों का कहना है कि ये दोनों व्यक्ति अब एजेंसी के साथ काम नहीं करते हैं और उनके नाम पर जो भी वाहन पंजीकृत है, वह गवाह के तौर पर पंजीकृत है.तथा उनका वाहनों के मालिकाना से कोई सम्बन्ध नहीं है. अब आरटीओ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और आरटीओ का कहना है कि इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.जिसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए छानबीन जारी हैं. Bike
आरटीओ के आला अधिकारियों को भी शक है कि कोई आरटीओ अधिकारी इतनी बड़ी प्रक्रिया में शामिल होगा, अगर ऐसा होता है तो उस आरटीओ अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.और भविष्य में ऐसा न हो इस पर भी ध्यान दिया जायेगा. Bike