Bhind News : मामला यह था कि जवानों के कुछ लेन-देन को लेकर गांव के कुछ लोगों से विवाद हो गया था। ये लोग जवान के पास उधार के पैसे मांगने आए थे, तभी दोनों में कहासुनी हो गई। साथ ही कर्ज की रकम लेने आए व्यक्ति का मोबाइल फोन भी जवान छीन ले गए। इसकी शिकायत डीएसपी मुख्यालय अरविंद शाह से की गई। मामले की सुनवाई के बाद मुख्यालय के डीएसपी ने कहा. उसने जवान सुल्तान सिंह को फोन किया और गुस्से से पूछा- तुमने मोबाइल फोन कैसे छीन लिया? इससे जवान आक्रोश में आकर अपनी वर्दी फाड़ देता है तभी एसएसपी खारपेश भी मौके पर आ जाते है एसपी कार्यालय में करीब दो से ढाई घंटे तक यह नाटक चलता रहा।
ये है मामला
Bhind News : उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के बावली निवासी संदीप सिंह राठौर का पुलिस लाइन में रहने वाले कांस्टेबल सुल्तान सिंह (दोनों पड़ोसी गांव के) के परिवार से पुराना नाता था. संदीप अपना पैसा लेने भिंड आया था। वह कांस्टेबल सुल्तान सिंह के घर गया। वहीं, धमकाते हुए सिपाही ने संदीप का मोबाइल फोन छीन लिया। गुरुवार की दोपहर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचने के बाद संदीप सिंह ने लिखित शिकायत की. मामले की सुनवाई के दौरान दोपहर 2.30 से 3.45 बजे के बीच डीएसपी मुख्यालय अरविंद शाह ने सिपाही सुलतान सिंह को पुलिस लाइन बुलाया. शिकायतकर्ता संदीप की मौजूदगी में जवान से पूछताछ की गई। तभी दोनों के बीच डेढ़ लाख रुपए के कर्ज के लेन-देन का मामला सामने आया।जब वह सुल्तान से पैसे लेने के लिए पुलिस लाइन गया तो उसके साथ गाली-गलौज की गई और उसका मोबाइल छीन लिया गया।
बता दें की यह सब डीएसपी शाह के चेंबर में चल रहा था। इस संबंध में डीएसपी मुख्यालय शाह ने पूछा कि उसने मोबाइल फोन कैसे छीना? यह सुनकर युवा सुल्तान सिंह आग बबूला हो गया। गुस्से में उन्होंने डीएसपी शाह के चेंबर में वर्दी फाड़ दी और नारेबाजी करते हुए जमीन पर आ गए। अपनी शिकायत पुलिस में दर्ज कराने के लिए पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचे याचिकाकर्ताओं ने खाकी वर्दी में जवान को अर्धनग्न अवस्था में चीखते-चिल्लाते पाया। पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर नारेबाजी की और याचिकाकर्ताओं की बात नहीं मानी और हंगामा किया। जवान द्वारा किए गए हंगामे की जानकारी मिलने पर एएसपी खरपुसे अपने कक्ष से बाहर आए और जवान को कक्ष में ले गए. Bhind News
जवान बोला- पुलिस ही पुलिस की नहीं सुन रही, ऐसी वर्दी का क्या फायदा
एएसपी खारपुसे के सामने पुलिसकर्मी ने कहा- पुलिस खुद पुलिस की नहीं सुन रही है. उन्होंने शिकायत की कि संदीप की वजह से मेरी जमीन बिक गई। मेरे पिता को इस व्यक्ति के लिए बहुत खेद है। उससे पैसा लेकर मेरा परिवार ब्याज दे रहा है। वह ब्याज और मूलधन का भुगतान करने में असमर्थ है। एएसपी ने इस संबंध में कहा- वे इसकी शिकायत करते थे। जवान को फिर गुस्सा आया और बोला, डीएसपी साहब मेरी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। पुलिस पुलिस की भी नहीं सुन रही है। ऐसी वर्दी पहनने का क्या फायदा? कार्यालय के बाहर हंगामा होता देख एएसपी जवान को चेंबर ले गए। करीब दो घंटे तक जवान चेंबर में रहे। रजनी गुर्जर भी मौके पर आ गईं। देहात थाना प्रभारी सुधीर सिंह कुशवाहा को भी बुलाया गया।
खुली चुनौती, पुलिस का बना तमाशा
इस हंगामा के बीच आरक्षक का भाई भी मौके पर मौजूद था। संदीप सिंह अपने रिश्तेदार के साथ पूरे समय एसपी ऑफिस में मौजूद रहा। आरक्षक के भाई और शिकायतकर्ता संदीप सिंह व उसके रिश्तेदार के साथ लंबे समय तक एसपी ऑफिस में तूं-तूं, मैं-मैं हुई। दोनों ने एक दूसरे को जान से मारने तक की धमकी दे दी। दोनों पक्षों में चैलेंज होता रहा। वहीं मौजूद पुलिस के जवान तमाशबीन बनकर देखते रहे। शिकायत कर्ता संदीप सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा- आरक्षक सुल्तान सिंह जान से मारने की धमकी दे रहा था। वो कह रहा था कि अब पैसा नहीं दूंगा। एक कारतूस में तेरा काम पूरा हो जाएगा। इस तरह एसपी ऑफिस में तनाव का माहौल बना रहा। दोनों ने एक दूसरे को जान से मारने की धमकी देते रहे।
विवादों में रहा है जवान
आरक्षक सुल्तान सिंह के बारे में बताया गया है कि ये जवान पूर्व में भी विवादों से घिरा रहा है। पिछले दिनों डीजल चोरी का आरोप जवान पर लगा था। इस पर एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान द्वारा आरक्षक को निलंबन की कार्रवाई की गई थी। कुछ दिन पहले ही निलंबन के बाद जवान को बहाल किया गया था। बताया जाता हैकि आरक्षक पूर्व मैं रौन थाना क्षेत्र के मछंड चौकी पर तैनात रहा था। वहां पर भी कुछ लोगों से विवाद हुआ था।