MP News सिंगरौली। शराब बिक्री के नाम पर आबकारी विभाग खुलेआम लोगो को लूट रहा है क्योंकि निर्धारित दर से ज़्यादा पैसा लेकर सरकारी लाइसेंसी दुकान में शराब में शराब बेची जा रही है। शिकायत पर कोई सुनने वाला नहीं और नही कोई कार्यवाही करने वाला जिससे अब शराब पीने वाले भी शिकायत कर थक चुके हैं। जिले की किसी भी शराब दुकानों में शराब कारोबारियों ने लिस्ट नहीं लगाया है। इस बात की जानकारी आबकारी अधिकारी खेमराज श्याम को भी है लेकिन वह मौनी बाबा बने हैं। वहीं जिले में अब उन्हें शराब कारोबारी का सबसे बड़ा रहनुमा बताया जा रहा है।
हम शराब पीने वालो की समर्थन कर रहे और नही उन्हें बढ़ावा दे रहे क्योंकि शराब पीना और उसे समर्थन करना दोनो सेहद और समाज के लिए हानिकारक है। मगर इस तरह सरकारी शराब दुकान के नाम पर लूट मचाने वाले को छूट भी नही दिया जा सकता क्योंकि गलत तो आखिर गलत है । इस पूरे मामले में सबसे दुर्भाग्य कि बात ये है की शासन द्वारा संचालित ठेके की दुकानों में खुलेआम 20 से 50 रुपए की अतिरिक्त वसूली शराब दुकान के सेल्समैन द्वारा की जाती है यह पूरा खेल सिस्टम का है। हालात तो यही बयां कर रहे हैं कि आबकारी अधिकारी के निर्देश पर ही पूरे जिले में ओवर रेट पर शराब बेची जाती हैं और जो ठेकेदार कहना नहीं मानते उन पर गाज गिर जाती है। अधिकारियों के निर्देश पर शराब भट्टी के सेल्समैन क्वार्टर (अंग्रेजी) में 20 रूपए,देसी में 10 रूपए,अंग्रेजी के बाटल में 50 रूपए जबकि अध्धी में 20 रुपया हर शीशी में अतिरिक्त वसूली करते है जिससे शराब दुकान के कर्मचारी खुलेआम लोगो को लूट रहा है। सूत्रों का दावा है कि आबकारी अधिकारी खेमराज श्याम जब से जिले में आए हैं सरकारी शराब दुकानों में ठेकेदारों ने शराब रेट सूची लगाना बंद कर दिए हैं। दावा किया जा रहा है कि आपकारी अधिकारी शराब के बड़े दामों सिख करीब हर महीने 20 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं। MP News
अधिकारियों के निर्देश पर बेचते है ओवर रेट पर शराब
वही शराब दुकानों में शराब बेचने वाले कर्मचारियों ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया की वे लोग मजबूर है अधिक रेट पर शराब बेचने को क्योंकि अधिकारी ही एमआरपी से ओवर रेट पर शराब बिकवाता है और अतिरिक्त कमाई का 25 प्रतिशत पैसा दुकान के कर्मचारी को बाटा जाता है और 75 प्रतिशत अधिकारी ले जाते है । अगर अधिकारियों की बात नही माने तो नौकरी से निकालने या फिर दूकान से हटाने की धमकी दी जाती है जिसके कारण मजबूरी में वे लोग ये काम करते है। सूत्रों का दावा है कि आबकारी अधिकारी हर महीने 20 लाख रुपए से ज्यादा की वसूली शराब कारोबारी से करते हैं। MP News
रेट के लिए रोज दुकान में होता है विवाद
पूरे जिले में करीब 40 से 45 शराब दुकान है जहा रोज की बिक्री करोड़ों है. वही शराब लेने जाने वाले लोगो से खरीदी में निर्धारित मूल्य से सेल्समैन द्वारा हर क्वाटर अध्धी और बाटल में ओवर रेट वसूली करता है जिसका विरोध करने पर रोज शराब दुकान में विवाद की स्थिति निर्मित होती है और कई बार पुलिस को भी स्थिति नियंत्रण में करने शराब दुकान जाना पड़ता है। मगर ओवर रेट कम नही होता क्योंकि ओवर रेट में कमाया हुआ पैसा का पूरी ईमानदारी से सेल्समैन से लेकर अधिकारियो तक आपस में बटा जाता है। सूत्रों का दावा है कि आपकारी अधिकारी खेमराज श्याम ओवर रेट से मिलने वाली रकम का 75 फ़ीसदी राशि उनके हिस्से में जाता है यही वजह है कि आबकारी अधिकारी को शराब दुकानों में रेट लिस्ट नहीं लगे होने से किसी भी तरह की आपत्ति नहीं है। MP News