Makar Sankranti 2022: जनवरी महीने का सबसे बड़ा पर्व मकर संक्रांति बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व पौष मास की द्वादश तिथि को मनाया जाता है। इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी शुक्रवार को मनाई जा रही है. लेकिन कैलेंडर में अंतर के कारण कुछ जगहों पर मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उतरता है। मकर संक्रांति के बाद सूर्य उत्तर दिशा में गति करता है। इस दिन से दिन बड़ा होने लगता है और रात छोटी हो जाती है।
ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करता है जिसे मकर संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति के साथ ही सभी प्रकार के शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं। मकर संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान, पूजा और दान देने का विशेष महत्व है। मकर संक्रांति के दिन सुबह स्नान कर सूर्यदेव को अर्घ्य देकर बहुत सी चीजों का दान किया जाता है। आइए जानते हैं मकर संक्रांति पर किन चीजों का दान करना बेहद शुभ और फलदायी माना जाता है।इस दिन यदि 11 चीजों का दान करते हैं तो घर में सुख समृद्धि और रुपयों की बारिश होगी।
मकर संक्रांति पर करें इन 11 चीजों का दान
1- तिल का दान
मकर संक्रांति के दिन सबसे ज्यादा तिल दान करने की परंपरा है। शास्त्रों में मकर संक्रांति को तिल संक्रांति भी कहा गया है। काले तिल और तिल से बनी चीजों का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। तिल का दान विशेष रूप से शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा सूर्यदेव और भगवान विष्णु भी तिल का दान करने से प्रसन्न होते हैं। मकर संक्रांति पर तिल दान करने के पीछे एक पौराणिक कथा है.असल में शनि ने अपने क्रोधित पिता सूर्य की पूजा के लिए काले तिल का प्रयोग किया था. इससे प्रसन्न होकर सूर्य देव ने वरदान दिया था कि जब भी वह मकर राशि में आएंगे तो तिल से उनकी पूजा करके तिल दान कर प्रसन्न होंगे। इस दिन तिल का दान करने से शनि दोष भी दूर होता है।
2- खिचड़ी का दान
मकर संक्रांति को खिचड़ी भी कहा जाता है। इस दिन खिचड़ी का दान और खिचड़ी करने से विशेष पुण्य मिलता है। मकर संक्रांति के दिन उरद की दाल और चावल से बनी खिचड़ी का दान करना सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन जरूरतमंद को खिचड़ी का दान करने से घर से दुख-दारिद्रय की समाप्ति होती है और सौभाग्य का आगमन होता है। खिचड़ी दान के कारण ही इस दिन को खिचड़ी भी कहा जाता है। मकर संक्रांति पर खिचड़ी रे के रूप में चावल और काली उड़द की दाल का दान किया जाता है. काली उड़द के दान से शनिदेव प्रसन्न होते हैं जिससे व्यक्ति के शनि दोष दूर होते हैं और चावल का दान करने पर अक्षय फल की प्राप्ति होती है.
3- गुड़ का दान
मकर संक्रांति पर गुड़ का दान और गुड़ से बनी चीजें खाने से विशेष लाभ मिलता हैं ज्योतिष में गुड़ का संबंध गुरु से है। मकर संक्रांति पर गुड़ का दान करने से शनि, गुरु और सूर्य सभी प्रसन्न होते हैं।
4-नमक का दान
मकर संक्रांति पर नमक दान करने का भी रिवाज है। नमक दान करने से विशेष लाभ होता है। शास्त्रों में कहा गया है कि मकर संक्रांति पर नमक का दान करने से बुराइयों और बुरी शक्तियों का नाश होता है और आपका बुरा समय भी टल जाता है. इसलिए मकर संक्रांति के दिन नमक का दान शुभ होता है
5-ऊनी कपड़े का दान
मकर संक्रांति पर ऊनी वस्त्र का दान भी कुंडली से शनि और राहु के दोषों को दूर करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन किसी गरीब जरूरतमंद व्यक्ति या किसी आश्रम को ऊनी कपड़े और कंबल दान करना चाहिए।
6- देशी घी का दान
मकर संक्रांति के दिन देशी घी और उससे बनी मिठाई का दान करना बहुत ही शुभ होता है. घी गुरु और सूर्य के साथ जुड़ा हुआ है, इस कारण मकर संक्रांति पर मान, प्रसिद्धि और भौतिक सुविधाओं की प्राप्ति व मोक्ष प्राप्ति के लिए देशी धी का दान किया जाता है।
7- गरीबो को रेवाड़ी का दान
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान कर गरीबों को रेवाड़ी दान करना बहुत शुभ होता है.
8- जरूरतमंदों को नए वस्त्रों का दान
मकर संक्रांति के दिन गरीब और जरूरतमंद को नए वस्त्र दान करने चाहिए।मकर संक्रांति पर वस्त्रों का दान भी महादान माना गया है। इस दिन किसी गरीब और जरूरतमंद के एक जोड़ी वस्त्र का दान अवश्य करें। एक बात का ध्यान रखें कि ये वस्त्र पुराने या फिर इस्तेमाल किए हुए और फटे हुए नहीं होने चाहिए। सदैव नए वस्त्रों का दान करना ही शास्त्रों में उचित माना गया है।
9- पक्षियों को खिलाएं
मकर संक्रांति के दिन पक्षियों को अनाज खिलाना शुभ माना जाता है।पशु-पक्षियों को ज्वार खिलाने से शुक्र ग्रह की पीड़ा दूर होती है। गेहूं खिलाने से सूर्य की पीड़ा दूर होती है। चावल से मानसिक परेशानियां दूर होकर मानसिक शांति मिलती है।
10- गाय को हरा चारा खिलाएं
मकर संक्रांति के दिन गाय को हरा चारा खिलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है.शास्त्रों में गाय को पूजनीय और पवित्र माना गया है। ऐसा माना जाता है कि गाय के शरीर में 33 कोटि (करोड) देवी-देवता विराजमान होते हैं। जब भी गाय दिखाई दे तो उसकी पीठ पर हाथ फेरना चाहिए। गाय को सहलाने से वह प्रसन्न होती है तो इससे हमारे कई ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं।
11- तेल का दान
मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करके शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए तेल का दान करें। सरसो का तेल चढ़ाने व दान देने से शनि देवता प्रसन्न होते हैं।शनिवार के दिन शनि देव का सरसों के तेल से अभिषेक करना और पूजा में सरसों का तेल अर्पित करना बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है