सीधी — मझौली थाना अंतर्गत ग्राम करवाही में मासूमियत को कुचलने वाले खून के रिश्ते के हैवानों द्वारा इंसानियत की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। माता-पिता की मौत के बाद जहां एक ओर चाचा-चाची द्वारा घर से निकाले जाने के बाद नाना नानी के यहां शरण लेने पहुंची दो किशोरी बहनों को बरसों से बंधक बनाकर नाना द्वारा काम कराया जा रहा था तथा खाने के लिए भोजन तक नहीं दिया जा रहा था।
बता दें कि खाना नहीं दिए जाने पर मासूमों द्वारा जब खाना मांगा गया तो हैवान बने ननिहाल के लोगों द्वारा उन्हें प्लास्टिक की पन्नी में आग लगाकर मासूम के शरीर तथा पैरों को जलाया गया। जहां मझौली थाना अंतर्गत ग्राम करवाही स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्टाफ नर्स की मदद से घायल मासूम को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, तो वहीं मासूम की छोटी बहन को हैवान बने नाना के घर से निकालने के लिए विन्ध्य न्यूज की पहल पर पुलिस कप्तान पंकज कुमावत के निर्देशानुसार मझौली पुलिस आरोपी नाना के घर रवाना हो गई है।
ये है पूरा मामला…
मड़वास चौकी अंतर्गत ग्राम अकला में पीड़ित वीरांगना साहू पिता राजकरण साहू के माता-पिता की बरसों पहले मौत हो चुकी है। माता पिता की मौत के बाद मड़वास चौकी अंतर्गत अकला निवासी चाचा रामकरण साहू ने दोनों बच्चियों को घर से निकाल दिया था, इस दरमियान पीड़ित ने अपनी छोटी बहन के साथ मझौली थाना अंतर्गत ग्राम करवाही में नाना श्याम सुंदर साहू के यहां शरण ली। पीड़ित ने आरोप लगाया कि नाना के घर में जाने के बाद बंधक बनाकर कई वर्षों से रखा गया है तथा पढ़ाई लिखाई की वजाए बाहर का काम कराया जाता है। आरोप है कि नाना और मामा खाना तक नहीं देते थे, खाना मांगने पर शरीर में प्लास्टिक जलाकर गिरा दिया करते थे, हालांकि पूरे मामले में पुलिस कप्तान पंकज कुमावत के निर्देशानुसार मझौली पुलिस हरकत में आ गई है और जांच में जुट गई है।
स्टाफ नर्स बनी सहारा
17 वर्षीय नाबालिग किशोरी वीरांगना साहू को खाना नहीं मिलने से काफी कमजोर हो गई थी तथा शरीर जलाए जाने से घायल थी। जहां पीड़ित करवाही स्थित स्वास्थ्य केंद्र में खेतों से भागकर उपचार करवाने गई हुई थी, बताया गया कि इस दरमियान पीड़ित ने करवाही स्थित स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ नर्स सरला शर्मा से अपनी व्यथा सुनाते हुए रो पड़ी और मदद मांगी, जहां स्टाफ नर्स ने इंसानियत और मानवता दिखाते हुए पैसे देकर पीड़ित मासूम को बस में बैठाकर सीधी के जिला चिकित्सालय में अच्छे उपचार हेतु रवाना किया। फिलहाल पीड़ित का जिला चिकित्सालय में उपचार जारी है।
मेरी छोटी बहन को बचा लो…
पूरा मामला जानने के लिए विन्ध्य न्यूज की टीम जब जिला चिकित्सालय पहुंची तो पीड़ित ने विन्ध्य न्यूज से गुहार लगाते हुए कहा कि हमारी छोटी बहन जो अभी हमारे नाना के घर में बंधक बनी हुई है तथा वो लोग खाना भी नहीं देते हैं और जबरदस्ती काम करवा रहे हैं, हमारी छोटी बहन को भी बचा लीजिए।
हरकत में आई पुलिस
मासूम किशोरी के साथ हुए कृत्यों के बारे में विन्ध्य न्यूज के माध्यम से जब पुलिस कप्तान पंकज कुमावत को पूरी जानकारी प्राप्त हुई तो उन्होंने तत्परता के साथ जिला चिकित्सालय में भर्ती पीड़ित के खाने-पीने का इंतजाम करवाया, वहीं आरोपियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। खबर लिखे जाने तक पुलिस कप्तान पंकज कुमावत के निर्देशानुसार मझौली थाना प्रभारी दीपक बाघेला आरोपी नाना के रवाना हुए और पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं।
इनका कहना है…
आपके द्वारा मामले की जानकारी प्राप्त हुई है, मैं पीड़ित का खाने-पीने का इंतजाम करवा रहा हूं। पूरे मामले की जांच की जाएगी, जो भी तथ्य सामने आएगा कार्रवाई की जाएगी तथा आगे भी बच्ची की खाने पीने तथा पढ़ाई-लिखाई और रहने का इंतजाम भी प्रशासन के द्वारा करवाया जाएगा। पंकज कुमावत,पुलिस कप्तान, सीधी