singrauli news:सिंगरौली- जिले भर में लाखों लोगों श्रद्धालुओं ने आज मकर सकं्राति पर्व पर संगम स्थानों में डूबकी लगाई। साथ ही जिले के चितरंगी के बर्दी स्थित गोपद एवं सोन नदी के संगम स्थल पर बर्दी मेेले में सब से बड़े मेले का भरपूर आनंद उठाया.
singrauli news:मकर संक्रांति पर्व पर आज जिले के कई स्थानों पर मेले का आयोजन किया गया,जिसमें लाखों लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराकर जमकर खरीददारी की एवं परिजनों के साथ मेले का आनंद उठाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले भर के कई स्थानों में आज मकर संक्रांति पर्व का मेला लगा जहां कई स्थानों पर नदियों के संगम स्थल में श्रद्धालुओं एवं लाखों ने पवित्र संक्रांति पर्व पर स्नान कर सूर्यदेव के दक्षिणापन से उत्तरापण की संक्रांति पर डूबकी लगाई।
जिले की चितरंगी तहसील क्षेत्रांतर्गत स्थित सुप्रसिद्ध बर्दी मेले में आज 15 दिनी खिचड़ी के मेले की शुरूआत हुई। बर्दी स्थित सोन एवं गोपद नदी के संगम स्थल पर आज लाखों श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों ने संक्रांति पर्व पर स्नान किया। बर्दी मेले में लोगों ने जहां संग्रम स्नान कर गुड-तिल का दान किया। वहीं परिजनों एवं नाते-रिश्तेदारों से मेले में सालों की मुलाकात की याद ताजा की एवं मेले में बच्चों को खिलौना एवं झूले का भरपूर आनंद उठाया। इसी के साथ ही जिला मुख्यालय कचनी में भी लोगों कचनी,सुरसरिया नदी में स्नान कर शिव मंदिर में पूजा अर्चना की साथ ही संक्रांति पर लगे कचनी मेले का आनंद उठाया। जानकारी के अनुसार इधर धौहनी, सरई के बनास नदी पर भी हजारों श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के पावन पर्व पर स्नान कर गुढ़ तिल का दान किया. singrauli news
मकर संक्रांति के अवसर पर मेले में भी काफी रौनक रही और दुकानदारों ने अपने सामानों की विक्री के लिए उपभोक्ताओं से अच्छे दाम पाये। इस दौरान मेले में लाई, गुड़, तिल की दुकानों में से गुढ़ तिलों की महक मेलों को महकती रही और लोगों ने इस दौरान खूब खरीदारी की। मकर संक्रांति के अवसर पर लोगों ने एक दूसरे को संक्रांति की बधाइ्र एवं शुभकामनाएं दी। साथ ही लोगों ने इस अवसर पर गुढ़ तिल दान कर पुण्य कर्म किये। हालांकि जिले मे मकर सक्रांति पर्व पर आपसी सदभावना एवं भाईचारे का माहौल कायम रहा।
लाई, गुड़, चूड़ा, तिल की सजी दुकानें
मकर संक्रांति के पर्व पर गुड़ और तिल का विशेष महत्व होता है। मेले में आये दर्शनार्थियों ने लाई, गुड, तिल और ज्वार के लावे के बने लड्डïुओं को भगवान शंकर को भोग लगाकर प्रसाद बांटा। मंदिर के पुजारी और नवगढ़ शिवमंदिर के पुजारी शक्लगिरी ने लोगों को पूजा अर्चना करायी एवं रक्षा सूत्र बांधे।
झूले का लोगों ने उठाया लुत्फ
मेले में आधा दर्जन से अधिक लकड़ी के बने परम्परागत झूले भी लगाये गये। जहां भले ही सर्द मौसम रहा हो लेकिन झूले का जमकर लोगों ने लुत्फ उठाया। ठण्ड का बिना परवाह किये भारी संख्या में झूलों पर लोगों की भीड़ देखने को मिली।
गन्ने और जलेबियां मेले का आकर्षक
्ग्रामीण क्षेत्र में लगने वाले इस मेले में 15-20 फि ट लम्बाई के मोटे और सुर्ख लाल गन्ने मेले में जगह-जगह बिके। 20 से 25 रूपये प्रति जोड़े के हिसाब से बिक रहे गन्ने खरीदने के लिये लोग लालायित रहे। गुड़ की मिठास से बनी जलेलिबयां मेले में चारों ओर अपनी सुगंध बिखेरती रही। जिसके सामने प्रतिदिन बिकने वाली जलेबियों की मांग अपेक्षाकृत धीमी रही। फिर भी लोगों ने मकर संक्रांति पर्व को यादगार बनाने के लिए मेले का जमकर लुत्फ उठाया। वहीं व्यापारियों ने अपने सामानों की बिक्री के लिए गजब के लुभावने स्टाल लगाकर ग्राहकों को आकर्षित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़े।
चाक चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था
बैढऩ-सीधी-रीवा मुख्य मार्ग पर लगने वाले इस मेले में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिये प्रशासनिक व्यवस्था चाक चौबंद रही। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दर्जनों जवान मेले की निगरानी में लगे रहे। मेले की शुरूआत कब हुई इसकी पुख्ता जानकारी तो उपलब्ध नहीं हो सकी, परन्तु विगत लगभग 5 दशकों से मेला लगने की जानकारी मेले में आये लोगों ने दी। 14 जनवरी मकर संक्रांति के अवसर पर प्रत्येक वर्ष लगने वाले मेले में नवगढ़, पचौर, सिंगरौलिया, हिर्रवाह, परसौना, खुटार, जयंत, गड़हरा, अमलोरी, देवरा, जरहां, कचनी, नवानगर, बैढऩ, खटखरी, माड़ा परसोहर, बरगवां, गड़ेरिया और दर्जनों गांवों के लोगों ने शिकरत की। मेले में लोगों ने शिवमंदिर में भगवान के दर्शन कर मेले का आनंद उठाया. singrauli news