Singrauli News : सिंगरौली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवेंद्र पाठक के निज निवास बंधा में शिव महापुराण की कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रयागराज के प्रसिद्ध संत कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य महाराज कथा में उमड़ने वाले श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं। कथा के सातवें दिन उपस्थित वालों ने संत श्री द्वारा दिए गए प्रवचनरूपी ज्ञान का रसपान किया। वही इस दौरान उनके द्वारा प्रस्तुत भजनों पर वार्ड झूमते रहे। जिसके चलते क्षेत्र में इस समय भक्ति का वातावरण बन गया है।
कथा के दौरान परम पूज्य संत कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य महाराज जी ने कहा कि आज हम देखते हैं कि विश्व के हर भाग में अशांति व्याप्त है। इस अशांति के विभिन्न कारण अर्थव्यवस्था, राजनीति और धर्म की गलत व्याख्या इत्यादि है और इन सब का परिणाम है कि हर मानव दूसरे को अपना शत्रु समझ रहा है और इसी से समाज में अशांति व्याप्त होती जा रही है। महाराज जी ने कहा कि सनातन धर्म के अनुसार इस संसार में बैर से बैर कभी वह शांत नहीं होता है अबैर से बैर शांत होता, शत्रुता से शत्रुता समाप्त नहीं होती और क्रोध से क्रोध समाप्त नहीं होता है। यह सब जितना ही हमारे अंदर बढ़ता जाता है। Singrauli News
उतना ही हम अपने हाथों अपने चारों तरफ नर्क निर्मित करते चले जाते हैं। संत श्री ने कहा कि नर्क कहीं और नहीं है, शत्रुता में जीना ही नर्क है। हम जितनी बड़ी शत्रुता अपने चारों ओर बनाते हैं हमारा नर्क उतना ही बड़ा हो जाता है। इसके विपरीत हम जितनी बड़ी मित्रता अपने चारों ओर बनाते हैं उतना ही बड़ा स्वर्ग हमारे आसपास निर्मित हो जाता है। दरअसल स्वर्ग और नर्क कोई भौगोलिक स्थानों का नाम नहीं है या मनोदशा है। मित्रता के भाव और मित्रों के बीच जीने का नाम ही स्वर्ग है और शत्रुता का भाव शत्रुओं के बीच जीने का नाम नर्क है। Singrauli News
संत श्री ने अंत में समझाया कि हम खुद भी दूसरों से बैर भाव रखते हैं। हम जीवन ऐसे जीते हैं जैसे हमें यहां सदा ही रहना है और हमसे यहीं भूल हो जाती है। लेकिन जो यह समझ लेता है कि एक दिन हम सब संसार में नहीं रहेंगे। उसे संसार में रहने का सही ढंग आ जाता है। शास्त्री जी ने कहा कि जीवन का सार श्री गुरु ग्रंथ साहिब में इस प्रकार से वर्णित है कि जिन्ह प्रेम कियो, तिन ही प्रभु पायो। इसलिए सदा केवल प्रेम ही करो इसी में हमारा कल्याण संभव है। कथा के सातवें दिन घनश्याम पाठक, सिहावल विधायक विश्वामित्र पाठक, बंशीधर पाठक राजेंद्र पाठक, दयाशंकर चतुर्वेदी, दुर्गाप्रसाद,अरविंद सिंह चंदेल,मनोज दुबे, लक्ष्मी कांत पांडे,रामे दुवे झखरावल, सूर्य प्रकाश पांडे सीधी,बेउहर बाबा पतुलखी, श्याम कार्तिक दुवे,केशव सिंह जनपद उपाध्यक्ष देवसर,सविता सिंह जनपद अध्यक्ष बैढ़न,हिमान्सू पाठक, नवीन मिश्रा, ललित सिंह परिहार सहित सैकड़ो लोगों ने प्रवचन ज्ञान का रसपान किया। Singrauli News