Singrauli News : सिंगरौली 20 मई। जिले में पिछले शैक्षणिक सत्र का कक्षा 1 से 8वीं तक के शासकीय विद्यालयों में अध्यनरत शत प्रतिशत छात्रों को गणवेश नही मिल पाया। एक महीने बाद नया शैक्षणिक सत्र आरंभ होने वाला है। अब चर्चाएं हो रही हैं कि यदि पिछले साल के बच्चों को गणवेश का वितरण नही हुआ तो इसकी लापरवाह अमले पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है।दरअसल जिले में शासकीय विद्यालयों में 1 से लेकर 8वीं कक्षा तक अध्यनरत तकरीबन डेढ़ लाख नौनिहालों को दो-दो स्कूली डे्रस, गणवेश वितरण किये जाने का निर्देश है। पिछले साल का शैक्षणिक सत्र वर्ष 2023-24 में अगस्त महीने तक सभी बच्चों को गणवेश उपलब्ध कराये जाना था। बाद में इसे राज्य शिक्षा केन्द्र ने 15 मार्च 2024 तक गणवेश वितरण करने की अंतिम तिथि तय किया था। वही गणवेश वितरण की जावबदेही आजीविका मिशन के डीपीएम को सौंपा गया था।
जहां महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को उपलब्ध कराना । किन्तु पिछले साल का शैक्षणिक सत्र पूरा हो गया और मुख्य परीक्षा उपरांत परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिये गये। इसके बावजूद करीब 50 प्रतिशत बच्चों को ही गणवेश किसी तरह मिल पाया है। शेष छात्रों गणवेश वितरण का शुभ मुहुर्त क ब तक में बन पाएगा। यह भगवान राम जाने। एक महीने बाद नया शैक्षणिक सत्र आरंभ होने वाला है। जब अभी आधे छात्रों को गणवेश नही मिल पाया है। नवीन सत्र 2024-25 में छात्रों की संख्या पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत बढऩे का अनुमान है। फिर सवाल उठ रहा है क्या पिछला एवं नये शैक्षणिक सत्र का 2-2 सेट गणवेश वितरण हो पाएगा। इधर यह भी चर्चा है कि गणवेश का वितरण शत प्रतिशत नही हुआ। फिर आजीविका मिशन सिंगरौली के डीपीएम पर जिला पंचायत सीईओ के द्वारा कितने बार नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया और यह भी चर्चा है कि क्या सीईओ इस गंभीर मसले में संभागायुक्त रीवा एवं कलेक्टर कितने बार वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। यह तो अब जिला पंचायत सीईओ ही बता पाएंगे। हालांकि जिंप. सीईओ मीडियाकर्मियां से बचते नजर आते हैं। फिलहाल अब यह मामला धीरे-धीरे तूल पकडऩे लगा है और आजीविका मिशन के क्रियाकलापों का भी भण्डाफोड़ प्याज के छिलकों की तरह परत दर परत खुलने लगी है। Singrauli News
पन्ना का व्यवसायी सिंगरौली में सक्रिय
सूत्रों के मुताबिक पिछले तीन वर्षों से पन्ना का एक बहुचर्चित व्यवसायी गणवेश को लेकर सक्रिय है। यदि सूत्रों की बात माने तो सफेदपोशधारी एक नेता का सरंक्षण पूर्व से ही मिला था और अब उक्त व्यवसायी इस जिले के कुछ सरकारी नुमांइदों के खासमखास में सुमार हो चुका है। चर्चाएं हैं कि वह समूहों को गणवेश उपलब्ध करा देता है और इसके बाद समूहों के द्वारा संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के यहां पहुंचा दिया जाता है। गणेवश का असली खेल पन्ना से खेला जा रहा है। Singrauli News
गणवेश वितरण में व्यापक खेला की योजना
सूत्रों की बात माने तो जिले में सरकारी विद्यालयों में कक्ष 1 से 8वीं तक अध्यनरत छात्र-छात्रों के नाम मिलने वाले गणवेश वितरण में व्यापक खेला करने की योजना है। साल भर के अन्दर करीब 3 लाख नि:शुल्क गणवेश वितरण नही हो पाया। तो कहीं न कहीं इसमें बड़ा खेला किया जा सकता है। हालांकि अब मामला कलेक्टर के संज्ञान में आ गया है। कलेक्टर नौनिहालों के हक को छिनने वालों पर कतई बर्दास्त नही करेंगे। कलेक्टर ऐसे मसलों को लेकर काफी गंभीर रहते हैं। Singrauli News
इनका कहना
नया शैक्षणिक सत्र अलग महीने से आरंभ होने वाला है। यदि पिछले शैक्षणिक सत्र का कक्षा 1 से 8वीं तक के छात्रों को गणवेश का वितरण शत प्रतिशत नही हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी।
चन्द्रशेखर शुक्ला, कलेक्टर, सिंगरौली