Kadaknath Murga: देश भर मे गर्मियों के मुकाबले सर्दी के मौसम में कड़कनाथ मुर्गे(Kadaknath Chicken) की मांग बढ़ जाती है. ग्वालियर केंद्र(Gwalior Centre)पर 15 हजार के ऑर्डर पेंडिंग हैं.लोग एडवांस पैसा देकर कड़कनाथ मुर्गे की बुकिंग कर रहे है. आइए जानते हैं यह मुर्गा किन-किन बीमारियों के लिए फायदेमंद(beneficial) है. और ठण्डी असरदार है.
Kadaknath Chicken: सर्दी के मौसम में देश व प्रदेश में कड़कनाथ मुर्गे की भारी मांग रहती है. इन दिनों मध्य प्रदेश के अलीराजपुर,(Alirajpur) झाबुआ,(Jhabua)सिंगरौली,(Singaruli)सीधी,(sidhi)रीवा(Rewa)और ग्वालियर(Gwalior) में कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है.लेकिन कुछ समय पहले भारतीय टीम के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी ने इन्हें पालने की योजना बनाई गयी है.उन्होंने एक सर्वसुविधा युक्त पोल्ट्री फार्म बनाया जिसके चलते ये मुर्गे सुर्खियों में हैं.और हर आम ख़ास इस कड़क नाथ मुर्गे को पालना चाहता है. इन मुर्गियों की भारी डिमांड के चलते ग्वालियर(Gwalior)में दस हजार का ऑर्डर पेंडिंग है. इसकी लोकप्रियता(popularity)को देखते हुए राज्य सरकार(State Govt) ने ग्वालियर के कृषि विश्वविद्यालय(University) में कृषि विज्ञान केंद्र(Agricultural Science Centre) में एक अलग फार्म तैयार किया गया है और इस खेत में कड़कनाथ की कृत्रिम रूप से अलग-अलग खेती कराई जाती है.
कड़कनाथ मुर्गा इसलिए है खास
कड़कनाथ मुर्गे दुर्लभ नस्ल के प्रजाति मुर्गे हैं. यह मुर्गा काले रंग का होता है और इसे कालीमासी भी कहा जाता है. इसकी खेती के लिए सबसे पहला फार्म 1978 में राज्य सरकार द्वारा स्थापित किया गया था.यह चिकन अन्य प्रजातियों की तुलना में काफ़ी अधिक स्वादिष्ट,पौष्टिक,स्वास्थ्यवर्धक(healthy) और औषधीय गुणों से भरपूर होता है.इस मुर्गे में 25 प्रतिशत प्रोटीन और 0.73 से 1.03 प्रतिशत वसा होता है। यह कोलेस्ट्रॉल में कम और अमीनो एसिड में उच्च है. दिल की बीमारियों, डायबिटीज और दिल के मरीजों के लिए यह मुर्गा बेहद ही फायदेमंद है. तथा साथ ही यह मुर्गा रोगियों के लिए दवा की तरह काम करता है.कड़कनाथ मुर्गा बहुत ही फायदेमंद साबित होता है.और इसीलिए इसकी डिमांड बहुत ज्यादा है. Kadaknath Murga
ग्वालियर सेंटर में भारी डिमांड
कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर (Agricultural University Gwalior) में अलग-अलग से प्रपत्र तैयार किया गया है.यहां कड़कनाथ मुर्गे(Kadaknath Chicken)के अंडों से चूजे तैयार किए जाते हैं.इसके बाद इन चूजों को पूरे देशभर में भेज दिया जाता है.ग्वालियर केन्द्र में वर्तमान(Present at Gwalior Centre) में 2 हजार चूजों का उत्पादन हो रहा है.लेकिन देशभर से इन चूजों की 10 हजार से ज्यादा डिमांड आ रही है. राज्य के पड़ोसी राज्यों से ज्यादा डिमांड आ रही है.क्योंकि इस मुर्गे का स्वाद अन्य मुर्गों से ज्यादा अच्छा होता है और यह कई औषधीय गुणों(medicinal properties) से भरपूर भी होता है.Kadaknath Murga
देश में कड़कनाथ मुर्गे(Kadaknath Chicken) को पसंद करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.और एक समय था जब मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) में कड़कनाथ मुर्गे के अधिकारों को लेकर भी विवाद हुआ करता था। लेकिन मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) को उसकी भौगोलिक पहचान के कारण भी जीआई को टैग मिला है.(Kadaknath Murga)