Ladli Behna Yojana : सागर: मध्य प्रदेश कि शिवराज सरकार ने लाडली बहनाओं को प्रतिमाह ₹1000 दिए गए फिर बढकर 1250 रुपए कर दिए गए। लेकिन मध्य प्रदेश में अब शिवराज की सरकार नहीं बल्कि डॉक्टर मोहन यादव की सरकार है। नवागत मुख्यमंत्री के बनने के बाद लाडली बहना योजना की शुरू होने और बंद होने की चर्चा होने लगी। इसी बीच लाडली बहना योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं को लेकर सोशल मीडिया में एक पत्र वायरल हुआ। हालांकि पत्र में लाडली बहन योजना की अपात्र महिलाओं के परित्याग (स्वयं द्वारा त्यागने का फैसला) करने संबंधी आदेश को निरस्त कर दिया गया है।
गौरतलब है कि लाडली बहना योजना के बंद होने की अटकलों के बीच बड़ा अपडेट सामने आया है। ज़ी हां सागर के महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी द्वारा जारी किए गए पत्र में लिखा गया था कि यदि किसी पर्यवेक्षक या किसी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका या स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष या सचिव या समूह के सदस्य द्वारा लाडली बहना योजना की जो शासन द्वारा निर्धारित शर्तें थीं, उन शर्तों के विपरीत लाभ लिया गया है तो पंद्रह दिन के भीतर लाभ का परित्याग कर दें अथवा शर्तों के विपरीत लाभ लेने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे। हालांकि, विभाग की ओर से अब पिछले आदेश का खंडन करते हुए उसे निरस्त करने के आदेश दिए गए हैं। Ladli Behna Yojana
मोहन सरकार की होने लगी फजीहत
महिला बाल विकास विभाग के आदेश का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होते ही मोहन सरकार की फजीहत होने लगी थी। सागर से लेकर पूरे मध्य प्रदेश में लाडली बहन योजना को लेकर चर्चाएं तेज हो गई। आनन फानन में सागर की कार्यक्रम अधिकारी ने इस आदेश को निरस्त कर दिया। इस आदेश के सामने आते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई। लाडली बहना योजना को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गेम चेंजर योजना बताया गया था। यह योजना ही है जो मध्य प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं सरकार की कमियों पर नजर गड़ाए विपक्ष को जैसे ही मौका मिला तो कांग्रेस कार्यकर्ता भी हमलावर हो गए। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री सैयद जाफर ने इसे महिलाओं के साथ धोखा बताया। Ladli Behna Yojana
शिवराज सिंह चौहान ने की थी शुरू
बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए लाडली बहना योजना शुरू की थी। इस योजना के जरिए प्रदेश भर की बहनों से सरकार ने वादा किया था कि अभी प्रतिमा 1,000 रुपए दे रहे हैं बाद में इसे बढ़ाकर 3,000 रुपये मासिक तक किया जाएगा था। उसी के मुताबिक महिलाओं को वर्तमान में 1,250 रुपए मिल रहे हैं। इस योजना में शुरुआती तौर पर कुछ शर्ते निर्धारित की गई थी, जिन्हें बाद में खत्म कर दिया गया और अधिकांश महिलाएं इस योजना के लाभ की श्रेणी में आ गई। Ladli Behna Yojana
योजना की थी यह शर्त
इस योजना में उन महिलाओं को लाभ मिलने की बात कही गई थी जिनके पास संयुक्त परिवार में पांच एकड़ से ज्यादा जमीन ना हो, परिवार में कोई भी एक व्यक्ति सरकारी नौकरी में न हो, चार पहिया वाहन ट्रेक्टर को छोड़कर ना हो, पूर्व सांसद-विधायक, पंचायत सदस्यों की पत्नी ना हों। Ladli Behna Yojana :