mp news:मध्य प्रदेश का विंध्य ऐसा क्षेत्र है जहां राजनीति का केंद्र ( center of politics ) माना जाता है. जब मध्य प्रदेश का गठन हुआ तभी से विंध्य राजनीति का पुरोधा माना जाता था कभी विंध्य कांग्रेस ( Vindhya Congress ) का गढ़ हुआ करता था.
लेकिन विंध्य में भाजपा ने ऐसी चाल चली और सेंधमारी की कि कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया इसका नतीजा पिछले 2018 मैं देखने को मिल चुका है कहा जाता है कि आगामी 2023 के दिसंबर महीने में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का डंका बज सकता है. ऐसे में विंध्य प्रदेश मैं राजनीतिक सियासत फिर गरमाने लगी है.
इधर बता दें कि विंध्य में तकरीबन 31 विधानसभा सीटें हैं और 4 लोकसभा सीट इस क्षेत्र में आता है. मध्य प्रदेश का विंध्य ऐसा क्षेत्र है जहां से राजनीति का जून माना जाता है. विंध्य क्षेत्र में बीजेपी ऐसा दांव खेला है कि अभी तक विंध्य में भारतीय जनता पार्टी दांव पर दांव खेल रही है. यही कारण है कि बीजेपी का आज ( BJP today ) के वर्तमान दौर में मजबूत किला माना जाता है. इधर बता दें कि वर्ष 2018 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव हुआ था भले ही मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार जीत दर्ज करते हुए सरकार बना ली थी लेकिन विंध्य में भाजपा का ही कुनबा कायम था. ऐसे में यह साफ साबित हो रहा है कि मध्य प्रदेश के विंध्य में आज के दौर में भाजपा काफी मजबूत दिखाई दे रही है. भले ही कांग्रेश का यह गढ़ रहा हो लेकिन अब विंध्य में कांग्रेस की नैया डूबती हुई नजर आ रही है. mp news
राजनीतिक बुद्धिजीवियों की बातों पर गौर करें तो विंध्य जातिगत समीकरण सबसे ज्यादा माना जाता है यहां पर जातिगत वोट की संख्या की बहुमत है. यहां ब्राह्मण, क्षत्रिय और पिछड़ा वर्ग का दबदबा माना जाता है. इस क्षेत्र में इन्हीं विशेष वर्ग के भरोसे भाजपा और कांग्रेश दाव खेलती है और जो इस वर्ग पर भरोसा कर लिया तो जीत का डंका भी बज जाता है. कहा तो यह भी जा रहा है कि विंध्य में हमेशा से जातिगत राजनीति हावी है. यही वजह है कि यहां भाजपा कांग्रेस के अलावा अन्य कोई विशेष दल अपनी पैठ नहीं जमा पाई है लेकिन बीच-बीच में बसपा और गोगपा ( BSP and Gogpa ) भी दांव खेल लेती है. कहां जा रहा है कि दो हजार अट्ठारह के विधानसभा चुनाव में काफी सालों बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में लौटी थी. लेकिन विंध्य में सिर्फ 6 सीटों पर ही चुनाव जीत पाई थी जहां बहुजन समाज पार्टी भी अच्छा प्रदर्शन किया था जिसमें कांग्रेश के माहौल को बिगाड़ दिया था.
इधर बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 में होने जा रहा है. जिसको लेकर विंध्य में फिर से भाजपा अपना गढ़ मान रही है. वहीं कांग्रेसी भी इस बार विंध्य क्षेत्र को लेकर काफी सक्रिय दिखाई दे रही है. जहां विंध्य में अभी हाल ही में कमलनाथ का दौरा हुआ था. इस दौरे में एक तीर से दो निशाने लगाने की बात कही जा रही है. वही इस बार कांग्रेश पूरी तैयारी करके चुनाव मैदान में उतरेगी. वहीं भाजपा भी जातिगत समीकरण के आधार पर विंध्य में चार चलने वाली है. अब यह देखना है कि विंध्य में कांग्रेश बढ़त बनाती है या फिर भाजपा फिर से दांव खेल देगी. यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. mp news