MP News : (Manoj Kumar) एमपी वक्फ बोर्ड ने ‘भोपाल के नवाब’ के नाम से मशहूर बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान की बहन सबा सुल्तान को नोटिस जारी किया है. सबा का सुल्तान अकाफ-ए-शाही का प्रबंधक है(The Sultan of Sabah is the manager of the Akaf-e-Shahi.)। उस पर वक्फ बोर्ड के आदेशों की अवहेलना करने और भोपाल के तीर्थयात्रियों को मक्का और मदीना में स्थित धर्मस्थलों में मुफ्त में रहने की अनुमति नहीं देने का आरोप है(He is accused of disobeying orders of the Waqf Board and not allowing pilgrims from Bhopal to stay at shrines in Mecca and Medina for free)। बोर्ड ने सबा को 7 दिन के अंदर जवाब देने को कहा है।(The board has asked Sabah to reply within 7 days.)
MP News : एमपी वक्फ बोर्ड ने भी सबा सुल्तान पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। बोर्ड ने सबा पर लापरवाही और नोटिस में उन्हें दी गई ड्यूटी में रुचि नहीं लेने का भी आरोप लगाया। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि वह वक्फ संपत्तियों का निरीक्षण नहीं करता है और न ही उनसे होने वाली आय में कोई वृद्धि वक्फ बोर्ड को जमा करता है.
दो बार भेजे जा चुके नोटिस
वक्फ बोर्ड सबा के दिल्ली स्थित आवास पर दो बार नोटिस भेज चुका है। सबा के खिलाफ पहले 8 मई और फिर 12 मई को नोटिस भेजे गए थे। इस नोटिस की कॉपी मोती मस्जिद भोपाल स्थित औकाफ-ए-शाही कार्यालय को भी भेजी गई है.
नोटिस में पांच बिंदुओं का जिक्र
सबा सुल्तान को भेजे गए नोटिस में पांच बिंदुओं का जिक्र किया गया है-
- मुतवल्ली के तौर पर सबा सुल्तान ने अपनी जिम्मेदारियों का ठीक ढंग से निर्वहन नहीं किया
- औकाफ-ए-शाही की वक्फ संपत्तियों को संरक्षित और सुरक्षित रखने में रुचि नहीं दिखाई
- दूसरे लोगों को अपनी जिम्मेदारियां सौंपकर काम कर रही हैं
- हज पर जाने वाले भोपाल रियासत के हज यात्रियों को मक्का-मदीना में फ्री में रूबतें उपलब्ध नहीं कराई
- वक्फ बोर्ड में चंदा निगरानी के 3.50 लाख रुपए जमा नहीं कराए
जिम्मेदारियां वापस लेने की दी गई चेतावनी
वक्फ बोर्ड द्वारा 8 मई को जारी नोटिस में सबा से एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है। सबा ने 20 मई तक का समय मांगा, लेकिन वह खुद जवाब देने नहीं आए। यह जवाब अकाफ-ए-शाही सचिव के हस्ताक्षर से दिया गया है। वक्फ बोर्ड ने इसे बोर्ड के निर्देशों का उल्लंघन माना है। अधिसूचना में जिम्मेदारी वापस लेने की चेतावनी भी दी गई है।
बता दें कि सबा सुल्तान पूर्व क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर की बेटी हैं। 30 सितंबर 2011 को, वक्फ बोर्ड ने सबा को धार्मिक उद्देश्यों के लिए नवाबों द्वारा दान की गई संपत्तियों का प्रबंधक बनाया।