mp Sambhal scheme scam : जबलपुर : प्रदेश में गरीब परिवार में अचानक ही अगर किसी की मौत हो जाती है, तो उसके परिजनों को सरकार संबल योजना (sambal sceam) के तहत आर्थिक सहायता देती है। लेकिन गरीब परिवारों के लिए बनाई गई सरकार की महत्वकांक्षी योजना धीरे-धीरे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही है। ऐसा ही मामला जबलपुर (jabalpur) में देखने को मिला, जहां ग्राम पंचायत के सरपंच सचिवों ने अधिकारियों के साथ मिलकर 40 जीवित व्यक्तियों का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर संबल योजना में बड़ा घोटाला किया। इस खुलासा के बाद अब प्रदेश भर में हड़कंप मचा है।
बता दे की जबलपुर में सरपंच सचिव और सरकारी विभाग में बैठे अधिकारियों की मिली भगत से 40 जिंदा लोगों को दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिए हैं और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाते हुए संबल योजना से करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा किए हैं। बताया जा रहा है कि संबल योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के तार न केवल मध्य प्रदेश में बल्कि छत्तीसगढ़ से भी जुड़े हैं हालांकि अब शिकायत के बाद जबलपुर की हनुमान ताल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। बता दे की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना संबल योजना के तहत जहां मृत व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए 6000 दिए जाते हैं तो वहीं मृत परिवार को विकास की मुख्य धारा से जुड़ने के लिए ₹200000 की सहायता राशि दी जाती है। mp Sambhal scheme scam
बता दें कि जबलपुर में संबल योजना में जीवित व्यक्ति को दस्तावेजों में मृत घोषित करने का यह कोई पहला मामला नहीं है इसके पहले भी ग्राम पंचायत के मेट ने खुलासा करते हुए बताया कि ददरगवां ग्राम पंचायत के सरपंच पति मनसुख सिंह ने संबल योजना के तहत शासन से मिलने वाली लाखों रुपए की राशि स्वयं डकार ली है। इस फर्जीवाड़े में कांग्रेस के कुछ नेता भी सरपंच पति के साथ शामिल हैं।