singrauli: सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली ( Municipal Corporation Singrauli ) फिर एक बार सुर्खियों में आता हुआ दिखाई दे रहा है इस बार विवाद की जड़ कमीशन को माना जा रहा है बताया जाता है कि नगर निगम के अधिकारियों और संविदा कारों में तकरार बढ़ रही है उसकी सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है कि एक तरफ अधिकारी कमीशन ( Officer Commission ) भी ले रहे हैं और दूसरी तरफ फाइल नहीं बढ़ रही है इस पेंच को लेकर मामला गरमाने लगा है.
गौरतलब हो कि नगर पालिक निगम सिंगरौली मैं जो भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है वह किसी से छिपा नहीं है भले ही नगर पालिक निगम सिंगरौली ( Municipal Corporation Singrauli ) में नवागत कमिश्नर आए हो लेकिन अभी तक नगर निगम सिंगरौली के विभागीय अधिकारियों को सही तरीके से समझ नहीं पाए हैं। बताया जाता है कि नगर निगम सिंगरौली मैं जहां अधिकारियों के सामने संविदा कारों की तूती बोलती थी कोई भी अधिकारी हो संविदा कारों की भीड़ देखने को मिलती थी. अधिकारियों और संविदा कारों में भाईचारे का संबंध था ऐसा लगता ही नहीं था नगर निगम के अधिकारी हैं और ए संविदा कार कुछ इस तरह की जोड़ी नगर निगम में चलती थी लेकिन जब से नवागत कमिश्नर आए हुए हैं तब से स्थिति बेहद विपरीत दिखाई दे रही. singrauli
कहां जा रहा है कि जबसे नवागत कमिश्नर आए हैं तब से विभागीय अधिकारियों की जालसाजी नवागत कमिश्नर के आगे नहीं चल पा रही है यही वजह है कि संविदा कारों की फाइल अभी तक पेंडिंग पड़ी हुई है एक तरफ निर्माण कार्य चल रहे हैं इसके बावजूद भुगतान को लेकर मामला लटका हुआ है सूत्र तो यह भी बताते हैं कि जबसे नवागत कमिश्नर ( New Commissioner ) आए हैं तब से नगर निगम की स्थिति ( Status of Municipal Corporation ) बेहद विपरीत बनी हुई है इसकी सबसे बड़ी वजह यह बताई जाती है कि जो विभागीय अधिकारी है अपने कमीशन को छिपाने के लिए कमिश्नर के आगे मुंह नहीं खोल रहे हैं यही वजह है कि संविदा कार बालों में निर्माण कार्य तो करा दिए हैं लेकिन भुगतान अभी तक लटका हुआ है ऐसे में अब नगर निगम क्षेत्र ( Municipal area ) में निर्माण कार्य कराने वाले संविदा कार हाथ खड़े करने लगे हैं कहा तो यह भी जाता है कि सभी संविदा कार अब एकजुटता दिखाने लगे हैं. singrauli
संविदाकारो की बनी एक सहमति
सूत्रों की बातों पर गौर करें तो बुधवार को नगर पालिक निगम सिंगरौली का नजारा देखने लायक था कई संविदा कार परिसर में खड़े होकर एक सहमत बनाने में दिखाई दिए संविदा कारों की एक राय थी कि अब हम सबको भुगतान कराने के लिए एकजुट होना पड़ेगा। क्योंकि नगर निगम के अधिकारी कमीशन भी लेते हैं और बीलो टेंडर भी डलवाते हैं और कोई कमी हो जाती है तो जांच करने पहुंच जाते हैं। उसमें भी रोड़ा डाल देते हैं। ऐसे में हम सब को एकजुट होकर अब अपने हक की लड़ाई और फंसे भुगतान को निकलवाना जरूरी है. singrauli
कमीशन को लेकर उठाई आवाज
नगर पालिक निगम सिंगरौली पूरी तरीके से भ्रष्टाचार का अखाड़ा बन गया है नगर निगम क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्यों में जमकर गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है और कमीशन के लोग हमें अधिकारी जांच करने तक नहीं जाते हैं अगर कोई आवाज उठाया तो जांच करने गए भी तो उसमें कोरम पूर्ति की जाती है। इधर संविदा तारों ने अपनी आवाज को बुलंद करते हुए कहा कि एक तरफ कमीशन भी लेते हैं और फाइल रोक कर रखते हैं ऐसे में अब काम करना कठिन हो गया है ऐसे में अब यही लग रहा है कि नगर निगम के अधिकारियों और संविदा कारों में निर्माण कार्यों के भुगतान को लेकर काफी तकरार बढ़ती हुई दिखाई दे रही है. singrauli