Singrauli news : सिंगरौली 12 अपै्रल। जिले की शैक्षणिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त है। प्रदेश में सिंगरौली Singrauli की ग्रेडिंग सबसे नीचे है यह चिंता का विषय है। जब तक त्रि-स्तरीय पंचायत three-tier panchayat के शिक्षा समिति को कार्रवाई करने का अधिकार नहीं मिलेगा तब तक व्यवस्थाएं ठीक नहीं होंगी।
Singrauli news : सिंगरौली जिला पंचायत उपाध्यक्ष अर्चना-नागेन्द्र प्रताप सिंह ने लोक शिक्षण संचालनालय म.प्र. भोपाल के यहां भी फिर से अपना दुख दोहराई हैं और कहा है कि सिंगरौली जिले की शैक्षणिक व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। बच्चों का भविष्य अंधकार में है। बच्चे देश के भविष्य और उनकी जिंदगी बर्बाद हो रही है उनकी फिक्र जनप्रतिनिधि नहीं करेंगे तो फिर कौन करेगा। स्कूलों की बदहाल स्थिति मैं व्यक्तिगत बहुत दुःखी हूं। उन्होंने सचिव लोक शिक्षण संचालनालय रश्मि अरूण शमी का भी आभार व्यक्त किया।
यहां बताते चलें कि पिछले माह जिला पंचायत उपाध्यक्ष भोपाल में आयोजित सम्मेलन में शिरकत की थीं जहां उन्होंने सचिव लोक शिक्षण संचालनालय रश्मि अरूण शमी से मुलाकात कर जिले में कम से कम दो हजार शिक्षकों की पदस्थापना किये जाने की मांग की थीं। जिसके बदले में करीब 1450 जिले को नये प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक हासिल हुए हैं। वहीं मुलाकात के दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने सचिव से शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने उपाध्यक्षों को अधिकार देने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की हैं। जिला पंचायत उपाध्यक्ष के अनुसार सचिव लोक शिक्षण संचालनालय ने बातों को गंभीरता से सुनी हैं और इसके निराकरण के लिए हर संभव कोशिश करने का आश्वासन दी हैं।
इधर जिला पंचायत उपाध्यक्ष व स्थायी शिक्षा समिति की अध्यक्ष की जिले के प्रति संवेदनशीलता को लेकर चर्चा है कि अन्य जनप्रतिनिधि भी इसी तरह सक्रिय होकर अपने कर्तव्यों का बखूबी से निर्वहन करना शुरू कर दें तो जिला विकास की कड़ी से और जुड़ जायेगा। हालांकि अभी जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के पास पर्याप्त अधिकार नहीं दिये गये हैं। जिसको लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष लामबंद होते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारियों से भी मुलाकात कर चुके हैं।