Singrauli News: सुनने में भले ही अटपटा लगता हो लेकिन सिंगरौली जिले के जनपद पंचायत चितरंगी के ग्राम पंचायत खटाई में एक ऐसा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां आदिवासी बस्ती में निर्मित पीसीसी सड़क लापता हो गई है। जिसे खोजने में जनपद के अधिकारी भी असफल साबित हो रहे हैं।इस पीसीसी सड़क को धरती निकल गई या आकाश इसको बताने वाला कोई नहीं है।सवाल तो यह उठ रहा है कि जिम्मेदारों ने उक्त निर्मित पीसीसी सड़क को ही निगल गए हैं। अगर इसकी विधिवत जांच कराई जाए तो सचिव के साथ-साथ रोजगार सहायक व जनपद के अधिकारी कटघरे में खड़े हो सकते हैं।
Singrauli News : गौरतलब है की जिले भर के पंचायतों मे निर्माण कार्य के नाम पर जमकर फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है। और यह खेल अधिकारियों के सहमति पर हो रहा है। ऐसा ही खेल चितरंगी जनपद क्षेत्र मे चल रहा है। बताया जाता है की ग्राम पंचायत खटाई मे पीसीसी निर्माण के नाम पर जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। अपने आपको गरीबों का मसीहा कहने वाली मध्यप्रदेश सरकार के दावे की पोल खुलती नजर आ रही हैं पंचायत राज के सचिव रोजगार सहायक एवं अधिकारी, मामला जनपद पंचायत चितरंगी के ग्राम पंचायत खटाई का है
जहाँ 2016-17 में आदिवासी वस्ती खटाई में पीसीसी सड़क के नाम से पाँच लाख रुपये लगभग की राशि पंचायत एजेंसी खटाई द्वारा आहरित की जा चुकी है,जिसके एवज में पीसीसी सड़क का नाम निशान,सुराख,और कोई शिनाख्त भी नही है।और तो और यह खटाई पंचायत के लिए कोई नई बात नही है,यहां के पूर्व सरपंच,सचिव एवम वर्तमान सचिव ,ग्राम रोजगार सहायक के लिए खिलवाड़ भी बना हुए हैं। Singrauli News
आखिर जिम्मेदार कौन
पंचायत सचिव की मनमानी का खेल कोई नया नहीं है आए दिन एक न एक नए मामले उजागर होते रहते हैं ,प्रशासन द्वारा कभी नेताओं के दबाव में तो कभी पैसे के दबाव में हर मामले पर ढकना लगाकर ढक दिया जाता है ताकि सचिव की छवि सुरक्षित रह सके और एहसान फरोशी का आनन्द अधिकारी भी ले सके। ग्राम विकास की अवधारणा को पूर्ण करने में सचिव जैसे जिम्मेदार पद वाले व्यक्ति जिस तरह से भ्रष्टाचार कर रहे हैं या करने में उतारू है तो मान के चलिए की पंचायत के विकास पर ग्रहण सा लग रहा है।
पंचायत मे राजनीतिक संरक्षण
अक्सर देखने में आता है कि पंचायत के शासकीय कार्य में अनियमितता सहित पंचायत में हो रहे विकास कार्यों को नजरअंदाज कर चांदी काटने में मशगूल रहते हैं ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत खटाई का है जहां सरपंच एवं पंच गणों द्वारा जनपद पंचायत जिला पंचायत कलेक्टर कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री तक पूर्व सचिव एवं रोजगार सहायक के कारनामे एवं वर्तमान सचिव की कार्यशैली को लेकर पत्राचार के माध्यम से शिकायत किया गया है लेकिन जिस तरह से पीसीसी सड़क लापता है उसी तरह से शिकायत भी लापता हो चुकी है। Singrauli News
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कहीं न कहीं सचिव एवं रोजगार सहायक पर राजनीतिक सरपरस्ती का छाया पड़ा हुआ है, इस तरह से पैसे का दुरुपयोग एवं हितग्राही मूलक योजनाओं के साथ में की गई लापरवाही अपराधियों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज करने की श्रेणी में आता है लेकिन हाय रे प्रजातंत्र यहां के अधिकारियों कर्मचारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती जहां प्रजातंत्र के रक्षा के लिए कसमें खाई जाती हैं वही नोटों की आड़ में प्रजातंत्र की हत्या की जा रही है।