Singrauli news : Desk Report : मीडिया कर्मियों से रूबरू हुए एनसीएल सिंगरौली के सीएमडी, गिनाई कई उपलब्धियां,ब्लाक मुख्यालय बैढऩ के एनसीएल की भूमि मेें बनेगी कॉलोनी.
Singrauli news : सिंगरौली 6 अपै्रल। सिंगरौली के मोरवा क्षेत्र पंजरेह में भू-राजस्व अधिनियम सेक्शन 9 लगने के बाद यहां का विस्थापन होना तय है। बैढऩ के बिलौंजी व हर्रई स्थित एनसीएल की भूमि में कर्मचारियों के लिए कॉलोनी का निर्माण कार्य कराया जायेगा। विस्थापन कब होगा इसकी अभी कोई समयसीमा तय नहीं है। लेकिन सिंगरौली का विस्थापन होगा इसमें कोई शक नहीं है। उक्त बातें एनसीएल सिंगरौली के सीएमडी भोला सिंह ने आज गुरूवार को हेड क्वार्टर सिंगरौली के सभागार में पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए बोल रहे थे।
इस अवसर पर निदेशक तकनीकी संचालन डॉ. अनिंद्य सिन्हा, निदेशक कार्मिक मनीष कुमार, निदेशक वित्त रजनीश नारायण सहित मुख्यालय के विभागाध्यक्ष मौजूद रहे। सीएमडी एनसीएल भोला सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीएल ने वित्त वर्ष 2022-23 में सभी पैमानो पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। एनसीएल ने 122 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण लक्ष्य के सापेक्ष 131.17 मिलियन टन कोयला उत्पादन, 133.51 मिलियन टन कोयला प्रेषण व 27.78 प्रतिशत की भारी वार्षिक वृद्धि के साथ 463. 40 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया है। एनसीएल ने बिजली घरों को वित्त वर्ष 2022-23 में 119.53 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया। जिससे एनसीएल पर निर्भर संबद्ध पावर प्लांट्स को पर्याप्त मात्रा में कोयला उपलब्ध हुआ है। Singrauli news
सीएमडी ने कहा कि एनसीएल राष्ट्रीय नीति के तहतए देश के कोयला के आयात को कम करने के क्रम में अपना पूर्ण योगदान देने हेतु प्रतिबद्ध है। कोयले के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोल इंडिया को वर्ष 2025-26 तक 1 बिलियन टन उत्पादन करना है जिसमें से एनसीएल का लक्ष्य लगभग 135 मिलियन टन रहेगा। इस अवसर पर सीएमडी एनसीएल ने कहा कि कंपनी अपने ग्राहकों को गुणवत्ता युक्त कोयला उपलब्ध करवाने हेतु प्रतिबद्ध है और इस वर्ष गुणवत्ता पुष्टि में उल्लेखनीय सुधार हुए है। उन्होंने कहा कि एनसीएल तय नियम व मानकों के आधार पर स्थानीय जनमानस की भावना को समझते हुए समेकित प्रयासों से कोयला खदानों के विस्तार हेतु भूमि अधिग्रहण कर रही है। जिसमें सर्वे हेतु सेटेलाइट की मदद भी ली जा रही है। उन्होने सभी हितग्राहियों से सद्भाव व कर्तव्यबोध के साथ देश की ऊर्जा संरक्षा सुनिश्चित करने में एनसीएल का आगे भी सहयोग करते रहने का आह्वान किया। Singrauli news
वित्तीय वर्ष 2022-23 में रु 1900 करोड़ पूंजीगत व्यय का लक्ष्य दिया गया था। कंपनी ने लक्ष्य से आगे जाकर अपनी एफएमसी परियोजनाओं, नई मशीनों की खरीदी सौर ऊर्जा, जमीन अधिग्रहण पर 2300 करोड़ से अधिक खर्च किया है। एनसीएल में जल्द ही नई ड्रेगलाइन, 20 क्यूबिक मीटर क्षमता की शोवेल, 190 टन क्षमता के डंपर आदि तैनात होंगे। एनसीएल ने सीएसआर के तहत वित्त वर्ष 2022-23 में रु 135 करोड़ खर्च किया है।
बिलौंजी एवं हर्रई की भूमि एनसीएल की है. पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए एनसीएल के सीएमडी ने कहा कि बैढऩ के बिलौंजी एवं हर्रई की अधिग्रहित भूमि एनसीएल की है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरी जानकारी में अभी तक बात नहीं सामने आयी है कि बिलौंजी के एनसीएल के भूमि में किसी प्रकार का निर्माण हो रहा है और सिविक सेंटर बनाने का प्रस्ताव है। एनसीएल की अधिग्रहित भूमि मेंं कॉलोनी बनाने का प्रस्ताव है। वहीं सीएमडी ने यह भी कहा कि एनसीएल को 320 हे.जमीन की आवश्यकता है। इसके लिए फीडबैक लिया जा रहा है। जल्द ही कोयला सचिव का दौरा होने वाला है। उनके समक्ष इन सभी बातों को रखा जायेगा।
निगाही क्षेत्र में 50 मेगावाट सोलर प्लांट का जल्द होगा संचालन
एनसीएल पर्यावरण बेहतरी के लिए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण, फॉग केनन, रोड स्वीपिंग मशीन का इस्तेमाल कर रही है। एनसीएल ने बेहतरीन 5 लेन सीसी रोड का निर्माण किया है व खदानों में 50 किलोमीटर सीसी रोड का निर्माण हुआ है। एनसीएल की सभी 9 फ्रस्र्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजना पूर्ण हो जाने पर कंपनी अपना अधिकतर कोयला रेल व एमजीआर के माध्यम से भेजेगी। सीएमडी ने बताया कि एनसीएल ने अमलोरी परियोजना में अधिभार से रेत निर्माण प्लांट शुरू किया है, निगाही क्षेत्र में 50 मेगावाट सोलर प्लांट की स्थापना भी की है जो जल्द ही चालू होगा।