Black buck missing : सिंगरौली : जिले के बगदरा अभ्यारण अपनी जंगली संरचना और हिरण बहुल इलाकों के नाम से पहचान बनाए हुए था लेकिन अब आरटीआई से खुलासा हुआ है कि अभ्यारण में हिरणों की संख्या पहले के मुकाबले काफी कम हो गए हैं. हालांकि हिरणों की संख्या किस वजह के चलते कम हुई इस पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। लेकिन कहा जाता है कि शिकारियों की बगदरा अभ्यारण और कैमोर जंगल सबसे महफूज जंगलों में से रहा है। शिकारी संजय टाइगर रिजर्व के अधिकारी कर्मचारियों सहित पुलिस के गठजोड़ से जंगल से काले हिरणों का शिकार कर चुपचाप चले जाते हैं! इस खबर से प्रदेश भर में खलबली मच गई है।
Black buck missing: बता दे की दूरस्थ चितरंगी इलाके से लगें बगदरा अभ्यारण की पहचान दुर्लभ प्रजाति के काले हिरना से होती है। यहां शिकारी लंबे समय से इन काले हिरणों का शिकार करते रहे लेकिन संजय टाइगर रिजर्व और वन्य जीव संरक्षण विभाग कुंभकर्णी नींद सोया रहा। इन दुर्लभ काले हिरणों को बचाने के लिए अधिकारी ने कोई प्रयास नहीं किया। हालत यह हो गए हैं कि अब बगदरा अभ्यारण में भी काले हिरण नहीं रह गए या है तो उनकी संख्या नगण्य हो चुकी है। ग्रामीणों की माने तो पहले चितरंगी इलाके से सटे जंगलों में भी काले हिरण, नीलगाय और मोर सामान्य तौर पर दिख जाते थे लेकिन कई सालों से इन हिरणों का दर्शन दुर्लभ हो गया है। काले हिरण स्वभाव से बहुत घबराए हुए होते हैं और कभी कभी केवल दिल का दौरा पड़ जाने के कारण इनकी मौत हो जाती है।
हिरणों की संख्या की नहीं है जानकारी
बगदरा अभ्यारण क्षेत्र से गुजरने वाले लोगों को सामान्यतः काले हिरण नजर आ जाते थे लेकिन अब काफी लंबे समय से इन हिरणों की चहलकदमी किवदंती बन चुकी है। पिछले दिनों इलाके के कई जीव प्रेमियों ने एक हिरण के बच्चे को घूमते जरूर देखा था लेकिन अब कल हिरना को देखे हुए कई साल हो गए। बगदरा अभ्यारण क्षेत्र में हिरणों की संख्या कितनी है इस संबंध में संजय टाइगर रिजर्व उपसंचालक सीधी को भी नहीं है। Black buck missing
वन्य जीव की सुस्ती और सरकार की अनदेखी
काले हिरणों के शिकार पर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। बगदरा अभ्यारण में काले हिरणों का शिकारी ने खूब शिकार किया नतीजा यहां कल हिरणों की संख्या नगण्य हो चुकी है। वही काले हिरणों संख्या कितनी है इस बात की जानकारी उपसंचालक संजय टाइगर रिजर्व सीधी को नहीं है। काला हिरण अपने मुलायम कोट और विशिष्ट मुड़े हुए सींगों के लिए जाना जाता है। इस की बाजार में कीमत भी अच्छी खासी मिल जाती है। वहीं मांसाहारी लोग इसके मांस को बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं। सूत्रों का दावा है कि बगदरा अभ्यारण क्षेत्र में शिकारी काले हिरणों का खूब शिकार किया। यह सब वन्य जीव विभाग की सस्ती एवं सरकार की अनदेखी का नतीजा है। Black buck missing