जबलपुर। आचार्य श्री विद्यासागर जीवदया गोसेवा सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गो संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गोशाला का संचालन अकेले सरकार के वश की बात नहीं है। समाज के साथ मिलकर ही यह काम संभव है।इस दौरान सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना था, तो सीएम हाउस में दो गाय लाया था वे 45 हो गईं, तो अपने खेत में बने फार्म हाउस में भिजवा दिया। 15 महीने बाद चौथी बार सीएम बना, तो दो गाय फिर लाया था। अब उनकी संख्या पांच हो गई है।सुबह पूजन के पश्चात गो शाला में गाय को रोटी और एक पौधा लगाकर ही दिन का कार्य शुरू करता हूं। सीएम शिवराज सिंह चौहान डेढ़ घंटे की देरी से शरद पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को जबलपुर पहुंचे थे।
सीएम शिवराज ने कहा कि गाय सचमुच में लक्ष्मी हैं। गो माता की हर एक चीज उपयोगी है। इसका यदि सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए तो खुद ही गोशाला स्वावलंबी हो जाएगी। जिस दिन प्रदेश की गौशाला में आत्मनिर्भर बन जाएंगे सड़कों पर आवारा मवेशी दिखना बंद हो जाएंगे उन्होंने बुधवार की शाम को दयोदय में पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान राज्य में गो सेवा के लिए श्रेष्ठ कार्य करने वाली संस्थाओं को सम्मानित किया।
भेड़ाघाट से सीधे तिलवाराघाट स्थित दयोदय गौशाला तीर्थ में आचार्य विद्यासागर से आशीर्वाद लेने पहुंचे
सीएम भेड़ाघाट से सीधे तिलवाराघाट स्थित दयोदय गौशाला तीर्थ में आचार्य विद्यासागर से आशीर्वाद लेने पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का आशीर्वाद लेने पहुंचे। आचार्य भगवन राष्ट्र संत है। वो सिर्फ जैन धर्म के नहीं बल्कि सबके हैं। वह आचार्य श्री को आत्मनिर्भरता का प्रेरक बताया। इसके बाद वे जीव दया गौ-सेवा सम्मान योजना के तहत आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए। सीएम ने वर्ष 2018-19 और 2019-20 के पुरस्कारों की घोषणा की।
सिंगरौली को मिला दूसरा स्थान
सिंगरौली के बिरकुनिया गांव में संचालित श्री राम गौ संवर्धन गौशाला को पूरे प्रदेश में संस्थागत श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है सीएम शिवराज सिंह चौहान ने श्री राम गौ संवर्धन गौशाला बिरकुनिया को जीव दया के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पशुपालन एवं डेयरी विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा आचार्य श्री विद्यासागर जी विद्या गौ सेवा सम्मान पुरस्कार की संस्थागत श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया है यह पुरस्कार गौशाला के प्रमुख व बाल गौ सेवा दिनेश शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों प्रशस्ति पत्र व 3 लाख का चेक प्राप्त किया
100 बिंदुओं के मानक पर हुआ सर्वश्रेष्ठ गौशालाओं का चयन
मप्र गोपालन एवं पशु संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने बताया कि 100 बिंदुओं का मानक तय कर पुरस्कार वितरण किया गया है। मानक पूरा करने के आधार पर अंक दिए जाते हैं। सर्वाधिक अंक पाने वाले प्रदेश के तीन सर्वश्रेष्ठ गौशालाओं को पुरस्कार दिया जाता है।इन मानकों में गौशालाओं में गौवंश की संख्या, उनके लिए उपलब्ध व्यवस्थाएं साफ सफाई, रखरखाव, चारा उत्पादन, पंचगव्य औषधि व अन्य सामग्रियों का उत्पाद, समाज से जुड़ाव व दान एकत्रित करने की क्षमता आदि पर चयन किया जाता है। घायल गौ का इलाज करने वाले संस्थाओं को भी व्यक्तिगत तौर पर पुरस्कृत किया जाता है।
2018-19 के लिए संस्थागत श्रेणी में मिला पुरस्कार
- आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन केंद्र लेहरदा रतौना सागर- 5 लाख रुपए
- श्री राम गौ संवर्धन गौशाला बिरकुनिया सिंगरौली को दूसरा स्थान –3 लाख रुपए
- दयोदय पशु सेवा केंद्र अशोकनगर तृतीय- 2 लाख रुपए
- सांत्वना पुरस्कार में 50-50 हजार रुपए मिले-श्री गोपाल गौशाला कचनारिया उज्जैन, श्री राजेराजेश्वरी गौशाला गोटेगांव, गौवंश रक्षण समिति वारासिवनी, त्रिवेणी गौशाला झगडिया बैतूल।
संवर्धन के यह कार्य होते हैं गौशाला में
गौशाला में जैविक उर्वरक बनाने दवाओं का उत्पादन चारे की उन्नतशील प्रजातियां तैयार करना और उनके बीज किसानों को निशुल्क देने जैसे कार्य किए जाते हैं इन सभी का अध्ययन निरीक्षक दल ने किया और गौशाला ने संस्थागत श्रेणी में प्रदेश स्तर का प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया है जहां द्वितीय पुरस्कार सिंगरौली और सोनभद्र के गौ सेवकों जो इस गौशाला में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं उनके लिए गौरव की बात है सरकार के इस प्रोत्साहन से गौ सेवकों का मान बढ़ा है इस श्रेणी का प्रथम पुरस्कार बाहुबली जीव रक्षा संस्थान मेघा सिवनी जिला छिंदवाड़ा को मिला है।
कहता नहीं करता भी हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य श्री कई आयामों पर कार्य कर रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में हथकरघा, गोशाला, आयुर्वेद समेत कई कार्य हो रहे हैं। इसी वजह से सरकार ने जीव दया पुरस्कार भगवन के नाम पर देने का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि गोशाला का काम समाज की बिना भागीदारी के संभव नहीं है। सरकार आखिर कितनी गोशाला बनाएगी? इसलिए जरूरी है कि लोग आगे आकर इस दिशा में काम करे। उन्होंने भरोसा दिया कि गो संरक्षण में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गो संरक्षण के लिए लोगों से गो ग्रास की प्रथा को बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कि मंच से नेता हूं तो बोल दिया। जो बोलता हूं उसे आत्मसात भी करता हूं।