सिंगरौली : दीपावली में माता लक्ष्मी या फिर अन्य देवी-देवताओं की तस्वीर वाले पटाखे करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत करते रहे हैं लेकिन अब विजयदशमी पर बुराई के प्रतीक के स्वरूप रावण के पुतले को मां सरस्वती की तस्वीरों से बनाकर एक बार फिर करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक महकमे सहित आयोजकों में हड़कंप मच गया। हालांकि आयोजक मंडल ने अपनी गलतियों को मानते हुए रावण पुतले से मां सरस्वती की फोटो हटाया।
वायरल हो रहा वीडियो सिंगरौली जिले के नवानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनसीएल के निगाही परियोजना ग्राउंड का बताया जा रहा है। यहां रावण दहन के पुतले में मां सरस्वती की तस्वीर लगाई गई है। इन तस्वीरों को देख हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई तो इसका विरोध शुरू हो गया। वहीं हिंदू संगठनों को वीडियो मिलने के बाद लोगों ने इसका विरोध करते हुए निगाही ग्राउंड पहुंच गए। हिंदू संगठनों का गुस्सा देख एनसीएल प्रबंधन और आयोजको ने अपनी गलती मानते हुए तत्काल रावण पुतले से मां सरस्वती की तस्वीरों को हटाने में लग गए।
हिंदू संगठनों का कहना है कि यह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आए दिन आहत किया जाता है। रावण दहन पुतले में मां सरस्वती से बने पेपर का जानबूझकर षड्यंत्र किया गया है या दुर्भाग्यपूर्ण इरादे से किया गया है यह किसी भी सूरत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंदू संगठनों के विरोध शुरू होते ही एनसीएल प्रबंधन और आयोजको ने आनन-फानन में रावण पुतले से मां सरस्वती की लगी तस्वीरों को हटाने में लग गए। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। वही आयोजनों ने अपनी इस गलती के लिए हिंदू संगठनों से माफी भी मांगी।