Weather Forecast : (Anisha) मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ (Madhya Pradesh and Chhattisgarh) में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश (Rain) थमने का नाम नहीं ले रही है। कई जिलों में भीषण गर्मी के बीच मानसून जैसे हालात बने हैं। मौसम विभाग (weather department) ने आज दोनों राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है. मध्य प्रदेश में रीवा,जबलपुर, शहडोल सहित 16 जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी दी जा रही है। पूरे छत्तीसगढ़ में डबल अलर्ट (double alert) जारी कर दिया गया है।
Weather Forecast : मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज अभी भी परिवर्तनशील (changeable) है। भीषण गर्मी में लोगों को मानसून (मानसून जैसी स्थिति) का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, बेमौसम बारिश (unseasonal rain) के कारण कई तरह की दिक्कतों (problems) का सामना करना पड़ता है। अभी भी स्थिति में सुधार नहीं होने पर मौसम विभाग ने कई जिलों में फिर से चेतावनी जारी की और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी.
मध्य प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट
इस साल पिछले कुछ दिनों से राज्य में मानसून की मार से हालात बनी हुई है। इस बीच मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। हालांकि नमी कम होने से लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है। लेकिन कई किसानों की परेशानी भी बढ़ गई है। तापमान की बात करें तो पिछले 24 घंटों में सबसे गर्म जिले खजुराहो, दतिया, शिवपुरी रहे।
इन जिलों में अलर्ट
चम्बल, ग्वालियर, सागर, रीवा, नर्मदापुरम, भोपाल, जबलपुर, शहडोल, इंदौर व उज्जैन संभागों के जिलों में बारिश के साथ श्योपुर, मुरैना, गुना, देवास, शाजापुर, आगर, खरगौन, रतलाम, उमरिया, डिंडौरी, जबलपुर, छिंदवाडा, सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, बालाघाट में ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश की आशंका.
छत्तीसगढ़ में दो अलर्ट
मौसम बिगड़ने के असर से पूरा छत्तीसगढ़ प्रभावित हुआ है. कुछ जिलों में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि के बाद मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश को अलर्ट जारी किया है. ऐसे हालात में लोगों को सावधान रहना चाहिए।
इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, कोंडागांव, कांकेर यानी 5 जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी. यहां तेज अंधड़ चलने, बिजली गिरने, ओलावृष्टि होने की संभावना है. इसके साथ ही कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. जहां, अंधड़ चलने और वज्रपात होने की आशंका है.
बीमारी से बचें
गर्मियों आ गयी। इस मौसम में बाहर जाने से लोगों को डिहाइड्रेशन के साथ हीटस्ट्रोक का खतरा रहता है। साथ ही ऐसे समय में बारिश से शरद ऋतु में गर्मी की समस्या बढ़ सकती है। खराब खान-पान से पेट संबंधित रोग हो सकते हैं। ऐसे में लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और हो सके तो धूप में निकलने से बचना चाहिए। खान-पान का ध्यान रखें और शरीर को ठंडा रखने वाले पौष्टिक आहार लें।