Congress Candidate List: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी 230 सीटों के प्रत्याशी घोषित करने के बाद अब कांग्रेस में सिंगरौली विधानसभा प्रत्याशी बदले जाने पर विचार किया जा रहा है। दरअसल सिंगरौली जिले की तीनों विधानसभा सीट में भाजपा का कब्जा था ऐसे में कांग्रेस ने भाजपा के पहले अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। सिंगरौली विधानसभा में कांग्रेस ने जाति समीकरण को देखते हुए रेनू शाह को अपना उम्मीदवार बनाया। कांग्रेस शीर्ष नेताओं नेतृत्व का मानना था कि भाजपा तीन बार के जीते विधायक को ही टिकट देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ भाजपा ने राम लल्लू का टिकट काटकर जाति समीकरण को आधार मानते हुए प्रदेश कार्य समिति सदस्य रामनिवास साह को अपना उम्मीदवार घोषित किया तो कांग्रेसियों का पूरा चुनावी गणित फेल हो गया। वहीं पैराशूट प्रत्याशी रेनू शाह को टिकट मिलने के बाद पार्टी के भीतर घमासान को देखते हुए अब कमलनाथ टीम प्रत्याशी बदलने पर विचार करने लगी। Congress
बता दे की कांग्रेस ने सिंगरौली विधानसभा सीट से रेनू साह को टिकट दिया है क्योंकि यह संभावना थी कि तीन बार के जीते विधायक का भाजपा टिकट नहीं कटेगी वहां से राम लल्लू बैस चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में कांग्रेस का जाति समीकरण बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रेनू साह का विरोध कांग्रेसी ही कर रहे हैं। अब बदलती हुई स्थिति को देखते हुए कमलनाथ टीम रेनू शाह को बदलने पर विचार की बात सामने आ रही है। चर्चा तो यह भी है कि मौजूदा विधायक राम लल्लू बैस लगातार तीन बार के विधायक है उनका बड़ा जनाधार है। राजनीतिक सूत्रों की माने तो मौजूदा विधायक राम लल्लू बैस कांग्रेस के संपर्क में है। कांग्रेस भी ऐसे उम्मीदवार पर दांव लगाना चाहती है जो जीत की गारंटी लेता हो। कांग्रेस जिताऊ कैंडिडेट की तलाश में हैं। Congress
कमलनाथ की वरिष्ठ नेताओं से चर्चा
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि प्रत्याशी बदलने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल से चर्चा हुई है। दो-तीन दिन में अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। बता दे कि कांग्रेस की ओर से पूर्व में कई विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बदला जा चुका है। ऐसे में चर्चा है कि कांग्रेस उम्मीदवार रेनू साह की लगातार दल बदलने से पार्टी में भी कोई अच्छी इमेज नहीं है। तो वहीं जिले भर में दल बदलू की पहचान बनी है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस सिंगरौली विधानसभा में अपना प्रत्याशी बदल सकती है।
जाति समीकरण में रेनू को मिला टिकट
पूर्व महापौर रेनू शाह को कांग्रेस ने जाति समीकरण के आधार पर अपना प्रत्याशी बनाया है, लेकिन चर्चा है रेनू साह बेहद राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखती हैं। वह दो दशक से ज्यादा समय से राजनीति में सक्रिय है और हर बार साहू समाज से प्रतिनिधित्व करती आ रही है। वही साहू समाज भी अब कहने लगा है कि इन्हें हर बार हम क्यों मौका दें क्या समझ में दूसरा साहू नहीं है। दरअसल वह साल 2000 में पहली बार कांग्रेस की टिकट पर महापौर बनी। लेकिन 2005 में जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह बहुजन समाजवादी पार्टी से महापौर का चुनाव लड़ा तो वही 2008 के विधानसभा चुनाव में बहुजन से जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह समाजवादी पार्टी में जाकर टिकट ले आई हालांकि इस बार उन्हें हर का सामना करना पड़ा। साल 2013 में वह समाजवादी को अलविदा कहते हुए एक बार फिर बहुजन की सदस्यता ले ली और बहुजन समाजवादी पार्टी से महापौर चुनाव जीती। 2018 में वह कांग्रेस कि सदस्यता ली और इस साल वह कांग्रेस से टिकट लेकर चुनाव लड़ी लेकिन कांग्रेसियों ने उन्हें पैराशूट प्रत्याशी कहकर चुनाव हरा दिया। अब उन्हें 2023 में एक बार फिर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है।