Singrauli News सिंगरौली। मौजूदा विधायक ने विधानसभा चुनाव में प्रचार से दूरी बना ली है। आज मौजूदा विधायक सुभाष रामचरित वर्मा ने अपने बयान में कहा कि पूर्व विधायक राजेंद्र मेश्राम को टिकट मिलने के बाद उन्होंने मुझसे बात करना तक उचित नहीं समझा और ना ही पार्टी के जिलाध्यक्ष आज तक कोई बात की। यही वजह है कि मैंने देवसर विधानसभा से सभा के चुनाव से खुद को दूर रखा हूं मुझे लगता है कि मेरे क्षेत्र में निकलने और चुनाव प्रचार करने से कहीं भाजपा को नुकसान ना हो जाए, इसीलिए क्षेत्र में जाना उचित नहीं समझा।
बता दें की देवसर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक सुभाष रामचरित वर्मा का टिकट काटकर पूर्व विधायक राजेंद्र मेश्राम को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। मौजूदा विधायक सुभाष रामचरित वर्मा ने कहा कि पूर्व विधायक राजेंद्र मेश्राम को टिकट मिलने के बाद से उन्होंने एक फोन तक नहीं किया। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता ने चुनाव प्रचार संबंधी कोई बातचीत की। पार्टी ने मुझे चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के दायित्व नहीं दिए गए हैं। पार्टी का जब रजमिलान में कार्यालय खुला उसमें भी मुझे नहीं बुलाया गया। कहीं और से पता लगा तो मैं वहां पहुंच गया। लेकिन भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेंश्राम ने मुझसे कोई बातचीत नहीं की। मुझे लगता है कि मेरे चुनाव प्रचार करने से भाजपा को कहीं नुकसान ना हो जाए फिर सारे आरोप मेरे ऊपर लगेंगे। हां भाजपा सिंगरौली प्रत्याशी रामनिवास साह ने मुझसे बात कि मैं उनके चुनाव प्रचार में लगा हूं। मैं भाजपा का ही कार्यकर्ता हूं। आज जो कुछ भी हूं पार्टी के बदौलत हूं। मैं सदैव पार्टी के हितों के लिए काम करता रहूंगा। टिकट मिलना और कटना यह सतत प्रक्रिया है। इससे मुझे बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता। Singrauli News
स्थानीय स्तर के प्रदेश नेतृत्व में लगाया था आरोप
देवसर विधायक सुभाष रामचरित वर्मा का टिकट कट जाने से उन्हें भारी नाराजगी है और वह अपनी नाराजगी मीडिया के सामने भी जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने कोलयार्ड और भाजपा के स्थानीय प्रदेश स्तर के नेता का नाम लेकर भाजपा में खलबली मचा दी थी। हालांकि उनके आरोपों के बाद भी पार्टी के तरफ से कोई जवाब अभी तक नहीं आया है। जिससे आम जनता भी भाजपा के कथित बड़े नेताओं को अब सबके नजर से देखने लगी है। विधायक के आरोपी के बाद उनके समर्थक भी उनके आरोपी पर सुर में सुर मिलना शुरू कर दिए हैं। वहीं चर्चा है कि विधायक सुभाष रामचरित वर्मा पर भाजपा के प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम और जिला अध्यक्ष को बिल्कुल भी भरोसा नहीं है उन्हें डर है कि यदि उन्हें प्रचार की जिम्मेदारी दी जाती है तो वह पार्टी से भितरघात कर सकते हैं। फिलहाल देवसर विधान सभा के विधायक के प्रचार-प्रसार से दूर होने के कारण सवाल उठना लाजिमी है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की नेताओं की भी चिंताएं बढ़ रही हैं। ऐसी चर्चाए पार्टी के ही अन्दर से निकलकर बाहर आ रही हैं. Singrauli News
भाजपा में भितरघात की संभावना बड़ी
भारतीय जनता पार्टी के टिकट बटवारे को लेकर कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। सिंगरौली में टिकट रेस में शामिल भाजपा के कई दावेदार नेता नाराज चल रहे हैं। इन नेताओं को मनाने के लिये मान मनौव्वल का दौर लगातार चल रहा है। लेकिन अभी तक नाराज कार्यकर्ता प्रत्याशियों पर भारी दिखाई दे रहे हैं। आलम यह है कि नाराज कार्यकर्ता पहले तो घर से निकलने के लिये तैयार नहीं हो रहे थे।कार्यकर्ताओं की नाराजगी से भाजपा के नेताओं की जहॉ चिंताए लगातार बढ़ती जा रही है वहीं पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी चिंतित नजर आ रहा है। उन्हें लग रहा है कि पार्टी कार्यकर्ता कहीं भितर घात ना करें. Singrauli News
इनका कहना हैं
भाजपा सिद्धांतों और आदर्शों पर आधारित राजनीतिक दल है। यह किसी परिवार, जाति या वर्ग विशेष की पार्टी नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं को जोड़ने वाला सूत्र हैं। सुभाष वर्मा विधायक हैं उन्हें कार्यालय में आना चाहिए और पार्टी के लिए काम करना चाहिए, वह क्यों दूरी बना रहे मुझें नहीं पता, विधायक राम लल्लू बैस और अमर सिंह का भी टिकट कटा है लेकिन वह पार्टी के लिए लगातार प्रचार कर रहे हैं। राम सुमिरन गुप्ता, जिलाध्यक्ष सिंगरौली