भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने लाउडस्पीकर (Loudspeaker) की आवाज को लेकर बड़ा बयान दिया है। उमा भारती ने आज एक के बाद एक 7 ट्वीट किये जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ध्वनि प्रदूषण के फैसले का स्वागत किया। उमा भारती ने लिखा कि हम मध्य प्रदेश (MP News) में भी ऐसा ही फैसला लें। दरअसल महाराष्ट्र में अजान को लेकर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों (loudspeaker ban) को बैन करने का मामला तूल पकड़ने के बाद योगी सरकार ने अपने प्रदेश में सख्ती दिखाई है।
बता दे कि अजान विवाद को लेकर महाराष्ट्र में एक नया डेवलपमेंट हुआ है. महाराष्ट्र के DGP ने पुलिस को निर्देश दिया है कि लाउडस्पीकर को लेकर वो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस और कानून का सख्ती से पालन कराएं. सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस है कि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर का प्रयोग ना हो. और अब उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री ने हिदायत दिया है कि मंदिरों और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों पर ध्वनि प्रदूषण कानून के तहत सख्ती के निर्देश दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बात का सभी ध्यान रखें कि लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के बाहर ना जाये। आदेश का असर भी हुआ है अकेले नोयडा में ही 900 धार्मिक स्थलों को लाउडस्पीकर के लिए नोटिस थमाए गये हैं।
इधर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री उमा भारती ने लाउडस्पीकर पर (Uma Bharti on loudspeaker) योगी आदित्य नाथ के फैसले की तारीफ की है। उमा भारती ने आज बुधवार को एक के बाद एक 7 ट्वीट किये। उन्होंने लिखा – उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जी (CM Yogi Adityanath) की सरकार के द्वारा ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए लिया गया नीतिगत निर्णय अभिनंदनीय है।
उमा भारती ने 2 ट्वीट में लिखा – ज्यादा शोर एवं आवाजों से शहर एवं गांव के लोगों को स्नायु तंत्र की बीमारियां बढ़ रही हैं उन्हें रात में सुख से सोना बहुत जरूरी है। इसलिए रात में 10 बजे से सुबह 7 बजे तक माईक की आवाज पर सख्त नियंत्रण होना चाहिए।
उमा ने लिखा- सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज की अनुमति इसी शर्त पर मिलनी चाहिए कि वह आवाज इतने ही लोग सुनेंगे जो वहां बैठे हुए हैं, इसमें धर्म का भेदभाव ना हो। अस्पताल और स्कूल इन आवाजों से डिस्टर्ब हो रहे हैं। घरों में रहने वाले विद्यार्थी एवं अस्वस्थ या वृद्ध लोगों की शोर एवं आवाजों से उनकी तकलीफ बढ़ रही हैं।
आखिर में उमा भारती ने लिखा- बारातों के डीजे या किसी भी जुलूस के शोर का एक समय तय हो एवं आवाज की सीमित सीमा तय हो तभी हम स्वस्थ समाज की रचना में योगदान दे पाएंगे। हम भी मध्य प्रदेश में इस प्रकार का निर्णय लेकर लोगों को राहत दे।
1. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जी की सरकार के द्वारा ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए लिया गया नीतिगत निर्णय अभिनंदनीय है।
— Uma Bharti (@umasribharti) April 20, 2022