उज्जैन महाकाल मंदिर भी कोरोना के संक्रमण से अछूता नहीं है यह कोरोनावायरस से बाद एक एक 2 पुजारी की मौत हो गई रविवार सुबह महाकाल मंदिर के पुजारी की मौत की खबर लगते ही पूरे इलाके में शोक छा गया साथ ही पुजारी और पुरोहित परिवार में भी मातम का माहौल रहा बता दें कि इससे पहले 10 अप्रैल को कोरोना संक्रमण से महाकाल मंदिर के पुजारी की मौत हुई थी वही दुनिया को कोरोनावायरस से बचने के लिए मंदिर में महामृत्युंजय जाप किया जा रहा है।
बता दें कि जिस पुजारी की मौत हुई है वह महाकाल मंदिर के पुजारी होने के साथ-साथ महाकाल ध्वज चल समारोह के अध्यक्ष भी थे पिछले दिनों उनका स्वास्थ्य खराब हुआ और बुखार आने के बाद उन्हें देवास के अमलतास हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था सुधार नहीं होने पर उन्हें कल ही उज्जैन के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था लेकिन रविवार सुबह उनकी मौत की दुखद खबर सामने आने के बाद कोरोनावायरस कॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार किया गया।
मंदिर में नहीं हो रहा प्रोटोकॉल का पालन
उज्जैन महाकाल मंदिर के पुजारी पुरोहित कोरोनावायरस प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं मंदिर प्रशासन को अंधेरे में रखकर कई पुजारी पुरोहित मंदिर में चल रहे अति रुद्र अनुष्ठान में भी शामिल हो रहे हैं शनिवार को मंदिर प्रशासन ने एक सहायक पुजारी और एक पुरोहित के खिलाफ केस दर्ज कराया है दोनों का मंदिर में प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया गया है सहायक प्रशासक मूलचंद जून वालों ने बताया कि सहायक पुजारी शैलेंद्र शर्मा और पुरोहित अजय शर्मा के परिवार में कुछ सदस्य कोरोना संक्रमित हैं नियमानुसार दोनों को होम करंट टाइम में रहना था लेकिन दोनों पुजारी पुरोहित मंदिर आ रहे हैं यही नहीं मंदिर में चल रहे अति रुद्र अनुष्ठान में भी शामिल हो रहे हैं उनके खिलाफ धारा 188 के तहत कार्यवाही की गई है।
यहां जानने लायक है कि महाकाल मंदिर के पुजारी का कोरोना संक्रमण के चलते 10 अप्रैल को निधन हो गया था वह कोरोना संक्रमित हुए थे जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए इंदौर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था लेकिन इलाज के दौरान उनके स्वास्थ्य में सुधार होने की वजह गिरावट होती रही और मौत हो गई। इन दिनों महाकाल नगरी उज्जैन के महाकाल मंदिर में जहां संक्रमण से दुनिया को निजात दिलाने के लिए 11 दिवसीय महामृत्युंजय जाप चल रहा है यहां 70 से ज्यादा panday पुजारी दिन-रात जॉब कर रहे हैं।