Singrauli news – सिंगरौली 28 नवम्बर। जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ फुल फ्लेश मानकर सीईओ (CEO)के चेम्बर में बैठ काम करने लगे हैं। करीब एक सप्ताह बाद स्वस्थ्य(healthy) होकर जिला पंचायत सीईओ दफ्तर(Panchayat CEO Office) पहुंचे। जहां बतौर प्रभारी सीईओ कामकाज में जुट गये हैं।
Singrauli news – हालांकि जब से इन्हें सीईओ का प्रभार मिला है तब से सबसे ज्यादा निलंबित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों(employees) को बहाल करने में फोकस किये हैं और कईयों को बहाली का आदेश भी थमा दिये हैं।
गौरतलब हो कि जिला पंचायत सीईओ(Panchayat CEO) जिम्मेदार अधिकारी विहीन है। करीब 20 दिनों के अधिक समय से जिला पंचायत सीईओ (Panchayat CEO)का प्रभार अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ अनुराग मोदी के पास है। जिला पंचायत सीईओ(Panchayat CEO) पद के लिए अनूपपुर में पदस्थ अपर कलेक्टर की पदस्थापना की गयी थी। किन्तु खबर आ रही है कि वे रिटायरमेंट(retirement) की कगार में हैं और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के पचड़े में नहीं पडऩा चाहते हैं।
चर्चाएं यहां तक हैं कि आर्थिक तंत्र(economic system) पर ज्यादा मोहमाया नहीं है। जिला पंचायत के अमले में ही चर्चाएं हैं कि जिनकी पदस्थापना(posting) यहां की गयी है वे अंतिम क्षण तक अपना स्थानांतरण निरस्त कराने में लगे हुए हैं। यह बात जब बाहर आयी तो प्रभारी सीईओ ने निलंबित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले को फटाफट बहाल करने में जुट गये हैं.Singrauli news
चर्चा है कि ऐसे कर्मचारियों को बहाली का आदेश थमाया है जिनके ऊपर घोटालों का गंभीर आरोप है। लेकिन साकेत मालवीय सीईओ के जाते ही भ्रष्ट्राचार के गले तक डूबे कर्मचारियों का पन्द्रह दिन के अंदर ही सारा भष्ट्राचार धूल गया है। फटाफट बहाल किये जा रहे कर्मचारियों को लेकर प्रभारी जिला पंचायत सीईओ सवालों में घिर गये हैं। हालांकि अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ की कार्यप्रणाली व कारगुजारी किसी से छुपी नहीं है। दिव्यांग कृत्रिम अंग एवं उपकरण का मामला अभी ठण्डा नहीं पड़ा है.Singrauli news
डीएमएफ के तीन करोड़ रूपये के वारा-न्यारा को लेकर चर्चाओं का बाजार अभी भी गर्म है। इधर साहब कई दिनों तक अस्वस्थ्य थे। आज सोमवार को कई दिनों बाद दफ्तर पहुंचे और सीईओ के चेम्बर में बैठकर कामकाज निपटाना शुरू कर दिया है। चर्चाएं हैं कि वे इस समय फुल फ्लेश सीईओ(Flash CEO) मानकर कामकाज करते हुए अधिकारियों,कर्मचारियों को उसी तरह से काम लेना शुरू कर दिये हैं। फिलहाल सिंगरौली में जिला पंचायत सीईओ विहीन होने एवं भ्रष्ट्राचार के आरोपों में जुड़े कई कर्मचारियों को फटाफट बहाल करना कई तरह के सवाल लोगों के जेहन में उठ रहे हैं.Singrauli news