गोरखपुर। यह कहानी सभ्यता का पाठ पढ़ाने वाले समाज का वह घिनौना चेहरा को बेनकाब कर दिया है जिसे समाज ने बहरूपिया नाम दिया है। वह समाज जिसकी जड़ों में भ्रष्टाचार पैठ बना चुका है। जहां किसी अबला को मदद और आत्मीयता के नाम पर तथाकथित मददगार उसका शरीर की चाहत भी रखते हैं। लेकिन इस पूरे संसार को संचालित करने वाले ईश्वर का भी अजब खेल है। वह किसी न किसी रुप में न्याय जरूर करता। शायद इस कहानी का अंत भी उसी प्रकृति न्याय का परिणाम है। जिसके माध्यम से समाज को एक शायद एक संदेश भी दिया हैं।
बता दें कि गोरखपुर जिले के भटहट क्षेत्र में एक गांव में रहने वाली एक विधवा की दुख भरी दास्ता है। पति की मौत के बाद गरीबी से तंग अबला दो जून की रोटी के लिए प्रधान से एक राशन कार्ड बनबाने के लिए आरजू मिन्नत करती है। राशन कार्ड बनबाने गई उस महिला को देख प्रधानजी की नीयत बिगड़ जाती है। गांव का प्रधान असहाय औरत को पहले खूब दौड़ाते हैं और फिर मदद के नाम पर उसके शरीर से सौदा करता हैं। महिला का शोषण कर रहे प्रधानजी यहीं नहीं रुकते। उस अबला को अपने सेक्रेटरी के पास पहुंचा देते हैं। बेचारी अबला करती भी तो क्या। वह चुपचाप अपना शोषण सहती है। एक अदद राशन कार्ड जो चाहिए था। दो जून की रोटी के लिए मनरेगा में काम भी उसे चाहिए। विधवा महिला के शोषण का सिलसिला यहीं नहीं थमा। राशन कार्ड बनवाने और उसे लाभ दिलाने वाले काकस में करीब 13 लोग शामिल हो गए।
भ्रष्टाचार एवं शोषण की इस कहानी की शुरूआत करीब तीन साल पहले होती है। लेकिन कहते हैं न कि उपर वाले की लाठी में आवाज नहीं होती। शायद यही हुआ। चुपचाप सबकुछ सहती, अकेली टूट चुकी महिला के साथ हो रहे अन्याय पर विधाता को भी तरस आ गया।
एक दिन महिला को कुछ परेशानी हुई। यह करीब तीन महीने पहले की बात है। तथाकथित शुभचिंतक प्रधान ने उसे एक चिकित्सक से दिखाया। खून की जांच हुई। सरकारी अस्पताल में हुई जांच में महिला को एचआईवी संक्रमित होने की रिपोर्ट आई। रिपोर्ट आते ही उसके सारे तथाकथित शुभचिंतकों की हवाईया उड़ने लगी। उड़े भी क्यों ना महिला के साथ संबंध जो बनाए थे। परेशान हाल ये लोग महिला को बीआरडी मेडिकल काॅलेज के एआरटी सेंटर पर लेकर पहुंचे। वहां जांच हुई तो रिपोर्ट में एड्स संक्रमित होने की बात की पुष्टि हो गई। अब तो सब परेशान।
एआरटी सेंटर पर ऐसे मरीजों की काउंसलिंग की जाती है और उसके संबंधों की जानकारी जुटाई जा रही है कि महिला के संबंध किस-किस से थे ताकि समय रहते अन्य लोगों का भी इलाज किया जा सके। काउंसलिंग के दौरान महिला ने अपने साथ हुई एक-एक बात बता दी। कहानी जानकर एक्सपर्टस् भी परेशान हो उठे। इन लोगों ने एक-एक कर 13 लोगों की जांच की तो पता चला कि सबको संक्रमण है। अभी इन लोगों से जुड़े अन्य लोगों की जांच नहीं हो सकी है। महिला की रिपोर्ट HIV पॉजिटिव आने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया हैं।
बताया जा रहा कि महिला की शादी करीब 6 साल पहले हुआ था। पति परिवार के भरण-पोषण के लिए परेदस में कमाई करने जाता था। लेकिन शादी के तीन साल बाद ही उसकी मौत हो गई। अनुमान लगाया जा रहा कि महिला को उसके पति से ही यह बीमारी मिली थी। जो अनजाने में उससे अन्य लोगों में फैलता गया लेकिन अब यह बीमारी कहा कहा पहुंच गई है यह तो आने वाला वक्त ही बताऐगा।