Singrauli News : सिंगरौली 5 मई। जो कार्य पुलिस एवं परिवहन विभाग को करनी चाहिए उस कार्य को इन दिनों साहाकार ग्लोबल कंपनी का स्टाफ कर रहा है। जिले में सैकड़ा भर से ऊपर अनाधिकृत रूप से नाके तैयार कर बाउंसरों के माध्यम से वाहनों की चेकिंग करा रहा है। वाहन चालकों एवं बाउंसरों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। आरोप है कि पुलिस अधिकारी रेत कारोबारी साहाकार ग्लोबल कंपनियों पर बड़ा दिल दिखा रहे हैं।
दरअसल रेत ठेकेदार साहाकार ग्लोबल कंपनी एवं ग्रामीणों के बीच आये दिन मारपीट, गाली गलौज, छीना झपटी की स्थिति जिले में निर्मित हो रही है। शांति प्रिय सिंगरौली जिले में साहाकार ग्लोबल कंपनी के आने के बाद जिले में ग्रामीणों एवं रेत ठेकेदार के बीच विवाद रोजमर्रा में आ गया है। आलम यह है कि जिले के कई स्थानों में रेत ठेकेदार ने जगह-जगह अनाधिकृत रूप से नाका बनाकर हाईवा, ट्रक, टिपर, टै्रक्टर वाहनों को खड़ा कराकर उनकी विधिवत जांच कराया जाता है। लोड अनलोड वाहनों से उनका कोई ताल्लुकात नही रहता। वाहनों की जांच कर चालकों से आधार कार्ड, मोबाईल नम्बर जरूर लेते हैं। यदि किसी वाहन में मटेरियल भी है तो उसकी बिल्टी, टीपी जरूर चेक करते हैं। Singrauli News
अनाधिकृत नाकों पर तैनात बाउंसरों से कोई बहस करता है तो वे रौब झाडऩे लगते हैं और यही से विवाद की स्थिति निर्मित हो जा रही है। सवाल उठाया जा रहा है कि जगह-जगह नाका बनाकर वाहनों की जांच करने का स्वीकृति किसने दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि जो कार्य प्रशासन को करना चाहिए वह कार्य रेत ठेकेदार का स्टाफ कर रहा है। ऐसे हालात में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। प्रबुद्ध नागरिकों का मानना है कि कहीं न कहीं प्रशासनिक उदासीनता एवं ठेकेदार को संरक्षण मिला हुआ है। जिसके चलते ठेकेदार का स्टाफ इस तरह से हरकते कर रहा है। जिले में अपना दबदबा बनाने के लिए ठेकेदार इस तरह के कदम उठा रहा है। Singrauli News
बाउंसरों का सत्यापन हुआ है क्या?
कई नागरिकों का कहना है कि पुलिस अधिकारी मकान मालिकों को सख्त हिदायत दिया है कि यदि कोई किरायेदार आते हैं तो निर्धारित प्रोफार्मा के साथ उनकी जानकारी ले। नही तो यदि कोई शिकायत मिली तो मकान मालिक जिम्मेदार होंगे। अब इसी बात को लेकर नागरिकों ने पुलिस पर ही सवाल दागने लगे हैं। इनका कहना है कि जिले में रेत कारोबारी के सैकड़ों की संख्या में बाउंसर एवं स्टाफ दूसरे जिले एवं प्रांतों से सिंगरौली में करीब दो महीने के अधिक समय से आये हुये हैं। क्या पुलिस उनका बेरीफिकेशन कराई है। उनके आधारकार्ड एवं अन्य जानकारियां ली गई। यदि ऐसा नही हुआ है तो कहीं न कहीं पुलिस दोहरे मापदण्ड पर उंगली उठना लाजमी है। Singrauli News