Singrauli news : सिंगरौली । पिछले दिनों हुई परिषद की बैठक में शहर में साफ सफाई को लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया था। यहां सफाई मटेरियल और सफाई कर्मियों के नाम पर एक दिन नहीं बल्कि प्रतिदिन घोटाला होता है। नगर निगम के अधिकारी और ठेकेदार जनता के पैसों में डंका डालते हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और सत्ता पक्ष के कुछ नेता ठेकेदार के साथ मिली भगत कर जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। शहर की गंदगी को देख पार्षदों के आरोपों को झूठलाया बेईमानी होगा। अब अब सिंगरौली जिले के नवनियुक्त कमिश्नर दया किशन शर्मा को शहर की साफ सफाई सुनिश्चित करना और भ्रष्टाचार को रोकना बड़ी चुनौती रहेगी।
बता दें कि शहर के अलग-अलग वार्डों में गत दो-तीन वर्षों में बरसाती तथा वार्डों का गंदा पानी निकासी के लिए जिन नालियों का निर्माण किया गया है, उन निर्माण कार्यों में भारी लापरवाही बरती गई है। बिना लेबल के नालियां बनी है। इस कारण नालियों से पानी निकासी नहीं हो पा रही है तथा इस वजह से वार्डवासियों पर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। वहीं गर्मी के दिनों में इन नालियों में मच्छर पनप रहे है, जिससे वार्डवासी बेजा परेशान है। नगर निगम के वार्ड 42 के महापौर और अध्यक्ष बगले के पास में इन दिनों बजबजा रही नालियों में पनप रहे मच्छर बार्ड वासियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। Singrauli news
गौरतलब है कि गत वर्षों में जिन नालियों का निर्माण किया गया है। उनमें कई तरह की टेक्निकल खामियां दिखाई पड़ रही है। जिसके चलते नालियों से पानी निकासी नहीं हो पा रहा है तथा नालियों में गंदगी जमा है। वहीं कई जगह कुछ दबंग लोगों ने नालियों को बंद कर दिया है जिसके चलते नालियों से पानी की निकासी नहीं हो पा रही। जिसे कई महीनों से नपा भी साफ नहीं करवाया है। इधर, वार्डवासियों का आरोप है कि वार्ड पार्षद को सूचना देने के बाद भी नालियों की नियमित सफाई नहीं करवाई जा रही है। शहर के वार्ड क्रमांक 42 के वार्डवासियों ने बताया कि करीब 2 साल पहले ही वार्ड में नाली का निर्माण किया गया है। लेकिन इस नाली से पानी की निकासी ही नहीं हो पा रही है। इस कारण सड़क के सामने से गुजरने वाली नाली में मनमानी गंदगी पड़ी है। इन वार्डवासियों ने बताया कि नालियों की ना तो नियमित सफाई होती और ना ही कीटनाशक डाला जाता। ऐसी स्थिति में नालियों से न केवल दुर्गंध आती बल्कि मच्छरों का भी भयंकर प्रकोप बढ़ रहा है। Singrauli news
कागजों पर साफ हो रही नालियां
नगर में स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत घर-घर कचरा संग्रहण करने का काम तो बखुबी किया जा रहा है। मगर, नालियों की सफाई को लेकर नपा की रूचि नहीं दिख रही है। इस कारण स्वच्छ मिशन की बजबजाती नालियां पोल खोलती हुई नजर आ रही है। गौरतलब हो कि ऐसा हाल नगर के किसी एक वार्ड का नहीं बल्कि सभी वार्डों का है। गंदा पानी निकासी के लिए नई नालियों का निर्माण भी कराया गया है लेकिन निर्माण के दौरान टेक्निकल बातों का बिलकुल भी ध्यान नहीं रखा गया। यहीं वजह है कि लाखों रुपए की नई नाली निर्माण के बाद भी स्थिति जस की तस है। वार्डवासियों की माने तो नालियों का गंदगी उनके लिए मुसीबत का सबब बन चुका है। बावजूद जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधी इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर रहे है। हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि नगर निगम कागजों पर नालियों की सफाई हर महीने करने के साथ हर महीने कीटनाशक डाल रहा है और सरकारी पैसे का बंदरबांट कर रहे हैं। हां पैसों का एक बड़ा हिस्सा यहां के सफेदपोस नेताओं को जा रहा है जिससे सभी खामोश है ।Singrauli news