Singrauli News : सिंगरौली 24 मई। पहली से आठवीं कक्षा तक के नि:शुल्क गणवेश वितरण का मामला तूल पकड़ा जा रहा है। जिला पंचायत के आजीविका मिशन शाखा से इस पर सफाई देते हुये गणवेश वितरण 87 प्रतिशत बताकर प्रेस विज्ञप्ति साझा किया है। जबकि स्कूल के एम शिक्षा के पोर्टल में करीब अभी तक 50 फीसदी की इर्दगिर्द ही वितरण हुआ है। जिला पंचायत में पदस्थ है अपनी शाख बचाने के आंकड़ों की बाजीगिरी शुरू कर दिया है।
दरअसल जिले में वर्ष 2023-24 में शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पहली से लेकर आठवीं कक्षा तक कुल तकरीबन 1 लाख 50 हजार छात्र थे। जहां सभी छात्रों को दो-दो सीट गणवेश अंतत: 15 मार्च के अन्दर वितरण कर दिये जाने का निर्देश राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल से निर्देश था। किन्तु सूत्रों की बात माने तो सिंगरौली जिले में 19-20 मई की स्थिति में 50 फीसदी के इर्दगिर्द ही है। जबकि क्रियान्वयन एजेंसी ने छात्रों को नि:शुल्क गणवेश वितरण के मामले में अपनी सफाई देते हुये प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है। प्रेस विज्ञप्ति में गणवेश का वितरण 87 प्रतिशत बताकर खबरों का खण्डन करते हुये आजीविका मिशन ने वाहवाही लूटी है। जबकि स्कूलों की एम शिक्षा पोर्टल में आंकड़े कुछ और बया कर रहे हैं। यदि स्कूल द्वारा एम शिक्षा पोर्टल के अनुसार माने तो जिले में अब तक करीब 50 प्रतिशत के इर्दगिर्द ही गणवेश का वितरण हो पाया है। Singrauli News
जिला पंचायत प्रशासन एसएचजी द्वारा यानि स्व सहायता समूहो आजीविका मिशन से प्रदाय गणवेश को आंकड़े प्रस्तुत कर रहे हैं। हालांकि इस आंक ड़े में भी अंतर है। सूत्र यह भी बताते हैं कि स्कूल का एम शिक्षा पोर्टल ही महत्वपूर्ण है। जितना विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को जितना गणवेश मिला है। वास्तविक रूप से उतना ही एम शिक्षा पोर्टल में फीड कराया है। अपनी ओर से वाहवाही लेने एवं नाकामियों का छुपाने के लिए भले ही फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किये जा रहे हों। किन्तु स्कूल द्वारा एम शिक्षा पोर्टल की जांच निष्पक्ष जांच कर दी जाये तो फर्जी आंकड़ों के बाजीगिरी के ढोल का पोल चन्द्र मिनटो में ही खुल जाएगा। फिलहाल जिले में बच्चों के नि:शुल्क गणवेश वितरण में फर्जी आंकड़ेवाजी को लेकर इन दिनों तरह-तरह की उंगलियां उठने लगी हैं।Singrauli News
सीएम तक पहुंची शिकायत, मामला पकड़ा जोर
सरकारी विद्यालयों में पहली से आठवीं कक्षा अध्ययनरत छात्रों को शत प्रतिशत गणवेश वितरण न किये जाने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। आजीविका मिशन की कार्यप्रणाली एवं जिला पंचायत के अधिकारियों की मेहरवानी तथा जिला शिक्षा केेन्द्र के डीपीसी की चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। वही अब चर्चा है कि उक्त मामले की निष्पक्ष जांच कलेक्टर के द्वारा जांच टीम से कराई जाये और जिला पंचायत को अलग रखा जाये तो सारे भेद खुल जाएंगे। इधर उक्त मामले को लेकर जहां जोर शोर से चर्चाएं शुरू हैं। वही इसकी शिकायत सीएम मुख्यमंत्री तक एक्स के माध्यम से पहुंचा दी गई है। अब गणवेश वितरण में की गई हिलाहवाली का एक-एक तथ्यों को बेपर्दा करने की तैयारी शुरू है। ताकि नौनिहालों का हक छिनने वालों के करतूत सार्वजनिक हो जाए। Singrauli News
गुणवत्ता विहीन और छोटी-बड़ी ड्रेस की सप्लाई
आलम यह है कि ब्लॉक बैढऩ के बरहपान, गोभा, चरगोड़ा के प्राथमिक स्कूल में घटिया कपड़े की ड्रेस की सप्लाई हो रही है। यहां पर गणवेश की सिलाई में जो कपड़ा दिया गया वह गुणवत्ता के मापदंडों पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। वहीं स्कूलों के सैकड़ों छात्र.छात्राओं को ऐसी ही छोटी-बड़ी साईज ड्रेस मिली हैं। जहां अधिकांश स्कूली छात्रों को फिट नहीं आ रही हैं। आरोप है कि बिना नाप-जोक के ही बच्चों को दिया जा रहा है। वही कपड़ों के घटिया क्वालिटी और छोटी ड्रेस को लेकर स्वसहायता समूह की महिलाओं ने कुछ और ही कहानी बताया। जिसमें आजीविका मिशन के ब्लॉक प्रभारियों की संदिग्ध भूमिका पर भी तरह-तरह के प्रश्र चिन्ह खड़े किये जा रहे हैं वही जिला पंचायत के सीईओ व डीपीएम भी सवालों के कटघर्रे में हैं। Singrauli News
गणवेश वितरण के खेला में कई किरदार
गणवेश वितरण का कार्य 15 मार्च के अन्दर पूर्ण कर लिये जाने का निर्देश था। किन्तु अभी तक आधा अधूरा गणवेश वितरण हुआ। यहां बताते चले की बच्चों के नि:शुल्क गणवेश वितरण में पन्ना जिले के एक कथित व्यवसायी के माध्यम से बड़ा खेला करने की गुपचुप तरीके से योजना बनी और इस योजना में कई किरदार अपनी अलग-अलग भूमिका निभा रहे हैं। कोई प्रंटफूट में खेल रहा है। कोई बैकफूट से पिछलों दो शैक्षणिक सत्र से खेल रहा है। किन्तु गणवेश वितरण में अब तक कि गई लापरवाही की जवाबदेही जिला पंचायत के सीईओ के साथ-साथ आजीविका मिशन के मैदानी ब्लॉक प्रभारियों पर थोपनी चाहिए। किन्तु आरोप है कि अपनी जिला पंचायत सीईओ एवं डीपीएम अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए तरह-तरह का गुणा भाग लगा रहे हैं। Singrauli News