Singrauli News : चितरंगी 15 मार्च। गर्भवती महिलाओं के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम मातृ वंदना योजना में पलीता लगाने के लिए अधिकारी कोई कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अधिकारी मोटी सैलरी लेकर दफ्तरों में आराम फरमा रहे हैं उन्हें सरकार की योजनाओं को लेकर कोई फिक्र नहीं है। जिले के The scheme was run for exploited womenचितरंगी क्र 1 में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधान मंत्री मातृ बंदना योजना दो वर्ष से ठप्प है।
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने गरीबों दलितों और शोषित गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए चलाई जा रही योजना पर पलीता लगा रहे हैं। देश के प्रधान मंत्री ने गरीबों, दलितो, शोषित महिलाओं के लिए योजना चलाई गई थी। प्रसव के बाद शारीरिक रूप से स्वस्थ्य होने के लिए 5 हजार रुपये तीन किस्तो में दिया जा रहा था। लेकिन दो वर्ष से परियोजना चितरंगी में इस योजना का लाभ गर्भवती महिलाओ को नहीं मिल रहा है। महिला बाल विकास परियोजना चितरंगी क्र. 1 में वर्ष 2022 के तत्कालीन परियोजना अधिकारी के आईडी से प्रधान मंत्री मातृ बंदना योजना का पोर्टल लॉगिन था। लेकिन उनकी सेवानिवृत्त होने से अभी तक आईडी का परिवर्तन नहीं किया गया। Singrauli News
जिसके वजह से प्रधान मंत्री मातृ बंदना योजना के हितग्राहियों का आवेदन पोर्टल में नही फीड हो पा रहा है। बताया जाता है कि महिला बाल विकास परियोजना चितरंगी क्र. 1 में कुल 286 आंगन बाड़ी केंद्र है। दो वर्षो से दो हजार गरीब महिला गर्भवती हितग्राही इस योजना से वंचित है। जबकि चितरंगी विकास खंड आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। मुख्यरूप से युक्त योजना का लाभ उन्ही गरीबों को मिलता है। आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओ के पास आवेदन देने के बाद उनकी उम्मीद बढ़ जाती है। Singrauli News
इनका कहना
परियोजना क्र. 1 की पीएम मातृ बंदना योजना की आईडी तत्कालीन सीडीपीओ प्रमोद श्रीवास्तव के नाम होने से दूसरी आई डी जनरेट होने के लिए कार्यवाही की गई है । Singrauli News
ऊषा तिवारी,प्रभारी सीडीपीओ परियोजना, चितरंगी क्र. 1
इनका कहना
पीएम मातृ बंदना योजना दो वर्षो से भारत सरकार द्वारा बंद कर दी गई है। इसलिए पोर्टल नही खुलता और योजना के लाभ गरीब गर्भवती माताओं को नहीं मिल पा रहा है। Singrauli News
राजेश राम गुप्ता,जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सिंगरौली