Singrauli News : सिंगरौली 6 मई। जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल सह ट्रॉमा सेंटर पर जिले के अलावा छत्तीसगढ़ की बड़ी आबादी के इलाज का बोझ है, लेकिन यहां की सेवाएं अब भी बदतर हैं. अस्पताल में बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर दूर-दराज से यहां आने वाले गरीब मरीज जब अस्पताल में अव्यवस्था का आलम देखते हैं, तो उनके अरमानों पर पानी फिर जाता है.मरीज के इलाज, चिकित्सीय परामर्श, जांच एवं वार्ड में भरती कराने में लंबी जद्दोजहद करनी पड़ती है. वही भीषण गर्मी में ठंडा पानी पीने तक की भी व्यवस्था नहीं है।
जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर के आकस्मिक वार्ड के सामने लगे वाटर कू लर शोपीस बनकर रह गया है। यहां का वाटर कूलर कई दिनों से खराब पड़ा हुआ है। प्यास बुझाने के लिए मरीजों को शीतल पेयजल के लिए दुकानों का सहारा लेना पड़ रहा है। जबकि कुछ लोग मजबूरन दुकानों में रखा हुआ पानी पीने को मजबूर है। पहले तो मरीज और उसके परिजन कई दिनों तक अस्पताल का चक्कर काटता रहते हैं. सवाल यह है कि जब जिले में विधायक महापौर, कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्यअधिकारी बैठते है, सब की नजरें जिला अस्पताल सह ट्रामा सेंटर पर रहती हैं, इसके बावजूद जिले के इस सबसे बड़े सरकारी अस्पताल बदहाल क्यों है? यहां पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है, और जिम्मेदार 18 डिग्री टेंपरेचर में आराम फरमा रहे हैं। Singrauli News
दरअसल ट्रामा सेन्टर बैढऩ के सामने लगा वाटर कूलर काफी दिनों से खराब होने के कारण यहां के मरीजों को इस 44 डिग्री की टेंपरेचर में खौलते हुये पेयजल नसीब हो रहा है। यहां के कई मरीजों ने बताया है कि वाटर कूलर खराब होने की जानकारी जिला चिकित्सालय प्रबंधन को भलीभांति है। फिर भी प्रभारी सिविल सर्जन के द्वारा सुधार कार्य नही कराया जा रहा है। इधर जिला चिकित्सालय का एक लिफ्ट भी कई महीनों से बन्द पड़ी हुई है। इसका मरम्मत कार्य नही कराया जा रहा है। जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज एवं अभिभावकों ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है। Singrauli News