सीधी — जिले की कुसमी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत सोनगढ़ में करीब 10 अरब की लागत से गौंड़ परियोजना से बांध स्वीकृत हुआ था पहले ये बांध जलापानी में स्वीकृत था लेकिन अब गौंड़ परियोजना के अधिकारी बांध सोनगढ़ में बना रहे हैं जिसके विरोध में ग्रामीण करीब एक माह से धरना प्रदर्शन लगातार कर रहे हैं, एक माह पूरा हो गया और अब किसान, ग्रामीण उसी आन्दोलन के स्थान पर जल सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिये हैं।बताते चलें कि सोनगढ के जिस स्थान पर परियोजना का बांध बनाया जा रहा है उसी गोपद नदी में समस्त ग्रामीण किसान अब जल सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिये हैं।
विपक्षी दलों ने भी समर्थन में उठाई थी मांग
उल्लेखनीय है कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल आंदोलन स्थल पर इसके पूर्व पहुंच चुके हैं उन्होंने लोगों को आश्वासन भी दिया है कि अब उस स्थान पर बाध नहीं बनेगा इसके लिए चाहे उन्हें कोई भी लड़ाई लड़नी पड़े।
दूसरी तरफ भाजपा के इस क्षेत्र धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम ने भी आंदोलनकारियों को भोपाल में बुलाकर अपने स्तर से पहल करने की कोशिश की थी परंतु हाल फिलहाल उनकी ये कोशिश कामयाब नहीं हो सकी है, जिसके चलते ग्रामीणों को सत्ताधारी दल और सरकार की तरफ से कोई संतुष्टि ना मिलने से ये आंदोलन नए-नए आयाम के तहत आगे बढ़ता जा रहा है।
विरोध का स्वरूप गंभीर हुआ
इस पूरे मामले पर यदि नजर दौड़ाई जाए तो महीनों से ग्रामीण इस बांध निर्माण के विरोध में अपना घर द्वार छोड़कर आंदोलन प्रदर्शन कर रहे हैं और पूरी रणनीति के तहत ये ग्रामीण, किसान अपने विरोध प्रदर्शनों को आगे बढ़ा रहे हैं। यदि वक्त रहते इसे सरकार और जिला प्रशासन द्वारा इन ग्रामीणों की समस्याओं का निदान नहीं किया तो आगे चलकर ये विरोध गंभीर परिणाम देने वाला रुख भी अख्तियार कर सकता है।