Adani Gruop Share: अडानी समूह के शेयरों में लगातार गिरावट के बाद भारत में आए भूचाल से एसबीआई और एलआईसी के ग्राहकों को काफी चिंता बड़ा दी है. वजह इन दोनों ही वित्तीय संस्थानों का काफी पैसा अडानी ग्रुप की कंपनियों में लगा होना है.ऐसे में सबसे ज्यादा लोन देने वाले SBI को डर सताने लगा हैं की कही अदानी विदेश भाग ना जाये? लेकिन क्या ये सच में घबराने का वक्त है या नहीं यह सबाल सभी के मन में उठ रहा हैं?Adani Group
Adani Gruop Share: देश में कई ऐसे उद्योगपति रहे जिनके ऐसो आराम को देखकर अच्छे-अच्छो को ठंड में भी पसीना आ जाए लेकिन ऐसो आराम की जिंदगी जीने वाले बड़े बिजनेसमैन कंगाल होने के बाद वह भारत छोड़ विदेश भाग जाते हैं सरकार इन्हें नहीं रोक पाती है इसमें विजय माल्या से लेकर ललित मोदी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के नाम शामिल है. भारतीय बैंक से कर्ज लेकर लंदन भागने वाले विजय माल्या भारत में शानो शौकत और अय्याशी भरी जिंदगी जीते हैं. अब जब देश के सातवें नंबर के उद्योगपति गौतम अडानी के शेयरों में लगातार गिरावट देखी गई और उन्हें 1.32 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ तो सवाल उठने लगे कि क्या गौतम अडानी भी देश से भाग कर विदेशों में अपना ठिकाना बना लेंगे.
Adani Gruop Share: अडानी ग्रुप पर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद भारतीय शेयर बाजार में हडकंप मचा है. कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन सेंसेक्स 60,000 से नीचे आ गया जबकि निफ्टी 17500 के स्तर के करीब चल रहा है. हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद कॉरपोरेट जगत में अडानी ग्रुप के फ्यूचर को लेकर भी चर्चाएं तेज होने लगी हैं. कई लोग तो दबी जुबान से यहाँ तक कहने लगे हैं कि अडानी ग्रुप को सबसे जयादा लोन देने वालों का अब क्या होगा? देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI) ने इस मामले के सामने आने के बाद कहा कि भविष्य में किसी भी फंडिंग रिक्वेस्ट पर पूरी तरह सोच-विचारकर निर्णय लिया जाएगा.Adani Group
बता दें की अडानी ग्रुप को लेकर अमेरिका की एक इंवेस्टर रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने रिपोर्ट जारी की, बाजार में भूचाल आ गया.हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी समूह पर अपनी कंपनियों के शेयर्स का मूल्य बढ़ा चढ़ाकर दिखाने के साथ-साथ अकाउंटिंग में फ्रॉड करने के भी आरोप लगे हैं. इसलिए बाजार में समूह की कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट देखी गई है.रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयर्स की कीमतों में भारी गिरावट देखी जा रही है. वहीं इस हलचल ने सबसे ज्यादा चिंता में एलआईसी और एसबीआई के ग्राहकों को डाला है. इसकी वजह अडानी समूह की कंपनियों में दोनों ही वित्तीय संस्थानों का बड़ा निवेश होना है, जिसके डूब जाने का डर लोगों को सता रहा है, आपको बता दें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से अडानी ग्रुप ने सबसे ज्यादा लोन लिया हुआ है.Adani Group
कर्ज को लेकर कुछ भी चिंताजनक नहीं
एलआईसी ने अडानी समूह की कंपनियों में 77,000 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो स्टॉक गिरने के बाद लगभग 53,000 करोड़ रुपये पर आ गया। इतना ही नहीं, इससे एलआईसी का खुद का बाजार पूंजीकरण भी घट गया। जबकि एसबीआई समेत देश के कई बैंकों ने अडाणी समूह को 81,200 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है.न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, SBI ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद बैंक सतर्क हैं. लेकिन अडानी ग्रुप को दिए गए पिछले कर्ज को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है. एसबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी कहा कि अडानी समूह को केवल आरबीआई के निर्दिष्ट मानदंडों के आधार पर ऋण दिया गया था। कर्ज देने में पूरे नियमों का पालन किया जाता है.